रसोई में समाजवाद का ही डंका
संतकबीर नगर: सूबे में भले ही समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार नहीं बन पाई लेकिन गांवों में राशन कार्ड
संतकबीर नगर: सूबे में भले ही समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार नहीं बन पाई लेकिन गांवों में राशन कार्डधारकों के रसोई कक्ष में आइरन और प्रोटीन से भरपूर व बाजार से काफी सस्ता 'समाजवादी नमक'का ही प्रयोग हो रहा है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अधिकांश कार्डधारकों के घर में सुबह और शाम इस नमक के उपयोग के कारण समाजवाद का ही डंका बज रहा है। विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सपा सरकार ने गर्भवतियों और कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए यह महत्वपूर्ण पहल की थी। इसी सस्ते समाजवादी नमक को चुनावी ढ़ाल बनाया था। गर्भवती महिलाओं व कुपोषित बच्चों के सेहत को सुधारने के बहाने इस नमक के जरिये सपा ने बड़ा दांव चला था। सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकान के जरिये इस नमक को बंटवा कर वोट बैंक मजबूत करनी की प्रभावी कोशिश की गई थी। मोदी लहर के आगे सपा की वोट बैंक मजबूत करने की कवायद नाकाम हो गई थी। सूबे में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बन गई। इसके बावजूद हर माह कोटे की दुकान के जरिए यह समाजवादी नमक गांव-गांव और घर-घर पहुंच रहा है।
बाजार में बिकने वाले एक प्रतिष्ठित कंपनी के एक किलो पैकेट वाले नमक का मूल्य 18 रुपये है। प्रति 100 ग्राम इस नमक में इनर्जी- शून्य केसीएएल तथा फैट ,कार्बोहाइड्रेट व प्रोटीन- शून्य, फैटी एसिड- शून्य, कोलेस्ट्राल- शून्य, सोडियम-38.7 ग्राम, आयोडीन-15 पीपीएम होता है। वहीं एक किलो समाजवादी नमक की कीमत अलग-अलग है, जैसे- प्रत्येक अंत्योदय कार्डधारकों के लिए यह तीन रुपये में तथा पात्र गृहस्थी के कार्डधारकों को छह रुपये में कोटेदार देते हैं। प्रति 100 ग्राम एनर्जी- शून्य केसीएएल, प्रोटीन, वसा व कार्बोहाइड्रेट- शून्य, विटामिन- शून्य, फैटी एसिड- शून्य, कोलेस्ट्राल- शून्य, सोडियम-38.4 ग्राम, आयरन-85 एमजी तथा आयोडीन-15 पीपीएम से ऊपर होता है। बाजार में मिलने वाले नमक की तुलना में इसका दर काफी कम है वहीं बाजार वाले नमक में आयरन नहीं होता है जबकि इसमें आयरन जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी होते हैं।तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव के ठीक पहले संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, फैजाबाद, मऊ, मेरठ, फर्रुखाबाद, मुरादाबाद, हमीरपुर, इटावा और औरेया आदि दस जिलों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकान के जरिये कार्डधारकों में सस्ता समाजवादी नमक
बांटने की योजना शुरु हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य कुपोषण की समस्या को दूर करना बताया गया था। बहरहाल प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार है लेकिन समाजवादी नमक का वितरण सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकान से जारी है।