छह सार्वजनिक शौचालय बने, 711 निजी बनवाने की तैयारी
संतकबीर नगर : नगर पालिका खलीलाबाद के 25 वार्ड में पिछले दो वर्ष में पांच सार्वजनिक शौचालय बनवाएं गए
संतकबीर नगर : नगर पालिका खलीलाबाद के 25 वार्ड में पिछले दो वर्ष में पांच सार्वजनिक शौचालय बनवाएं गए हैं। बंजरिया में चार सीट वाला एक सामुदायिक व मेहदावल बाइपास पर एक मोबाइल जैविक शौचालय स्थापित है। इससे पूर्व चार सार्वजनिक शौचालय बनाए गए थे, जिसमें एक बंद हो गया, वहीं दो को जीर्णोद्वार कराया गया। निजी शौचालय के निर्माण के लिए 711 पात्रों का चयन किया गया।
शहर में स्वच्छ भारत- स्वस्थ्य भारत मिशन के तहत चेयरमैन के नेतृत्व में समय माता मंदिर परिसर में साफ-सफाई करके शौचालय स्थापित करने का निर्णय लिया गया। यहां चार महिला, चार पुरूष सहित दो स्नानागार बनाएं गए। शौचालय बनने से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ भिटवा वार्ड व आस पास के लोगों की समस्या दूर हो गई। यहां प्रतिदिन तकरीबन दो से चार सौ तथा सोमवार को सात सौ से अधिक लोग उपयोग करते हैं। यहां शौचालय बनने के बाद अधिवक्ताओं की मांग पर तहसील परिसर में दो महिला व दो पुरूष के शौचालय बने। इसके बाद डाक बंगला के सामने चार सीट, मोती चौराहा व बिधियानी दो महिला व दो पुरूष के शौचालय बनाएं गए। मेहादावल बाइपास पर नागरिकों की समस्या को देखते हुए बस स्टैंड के सामने स्थानाभाव में मोबाइल शौचालय रखा गया। नागरिकों के मांग पर तीन महिला व तीन पुरूष के लिए जैविक शौचालय होने से एक वर्ष से लोग राहत महसूस कर रहें हैं।
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बंजरिया में बना सामुदायिक शौचालय
शहर के नेदुला-बंजरिया मार्ग पर रैन बसेरा परिसर में सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया गया। यहां आने वालों की संख्या देते हुए चार सीट की व्यवस्था की गई है। मुहल्लों खासकर मलिन बस्तियों में शौचालय की जरूरत है। यहां जहां लोग घर में स्वच्छ शौचालय नहीं बनवा पा रहे वहीं सार्वजनिक स्थल न मिलने से सामुदायिक शौचालय नहीं बन पा रहें हैं। मटिहना दलित बस्ती में समस्या को देखते हुए 16 शौचालय पांच वर्ष पूर्व बनाएं गए। जबकि मडया में दलित आबादी को देखते हुए दस सामुदायिक शौचालय बनाने के लिए नपा का मंशा साकार नहीं हो सकी।
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377 निजी शौचालय बनवाने को धन स्वीकृत
- पचीस वार्ड से 2567 लोगों ने शौचालय बनवाने के लिए आन लाइन आवेदन किया। यहां 711 पात्र पाए गए। इन पात्रों को निजी शौचालय बनवाने के लिए चार-चार हजार रुपये के दो किश्त में धन कुल 08 हजार रुपये दिए जाएंगे। पहले चरण में 377 पात्रों को पहली किश्त भेज दी गई है। इसके लिए आवेदन आ रहें हैं। पात्रों का चयन करने के लिए विभागीय कर्मी जुट हुए हैं।
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दुर्गति झेल रहे नागरिक आबादी के हिसाब से शौचालय की जो व्यवस्था है व नगण्य साबित हो रहीं हैं। ऐसे में विभिन्न कार्यों से जिला मुख्यालय पर आने वाले लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। सार्वजनिक स्थलों खासकर विकास भवन, कलेक्ट्रेट, पुलिस लाइन मार्ग आदि स्थानों पर सुलभ शौचालय का अभाव है। ऐसे में आवश्यकता पड़ने पर जहां लोगों को लंबा चक्कर काटना पड़ता है वहीं कई लोग खुले में भी शौच कर प्रयोग कर रहें हैं। जिससे जगह-जगह गंदगी फैल रही हैं। उसका कला, बगहिया वार्ड, बरदहिया बाजार, बरईटोला, मडया, स्टेश्पुरवा आदि स्थानों पर शौचालय का अभाव है। सूत्रों के अनुसार एक सीट पर 45 हजार रुपये का मानक तय है। ऐसे में तकरीबन पंद्रह लाख से अधिक रुपये खर्च होने का अनुमान है।
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खींचतान में बंद हो गया शौचालय
- बंजरिया पूर्वी व पश्चिमी की आबादी को देखते हुए वर्ष 1998-99 में नेडा द्वारा शौचालय का निर्माण कराया गया।
मानक के विहीन बना शौचालय नपा को हस्तानांतरित होने से पूर्व ही ध्वस्त होने लगा। विभागीय जांच पर एक बार नेडा बस्ती ने विभाग को हैंडओवर होने का दावा भी किया, लेकिन आठ वर्ष भीतर ही यह शौचालय बिना उपयोग के ध्वस्त होने लगा। पिछले पांच वर्ष से खंडहर शौचालय का मलबा हटवा कर यहां व्यवसायिक कांप्लेक्स स्थापित किया।
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आवश्यकतानुसार बनेंगे शौचालय
- नपा प्रभारी अधिशासी अधिकारी उमाकांत मिश्रा ने कहा कि दो वर्ष में पांच सार्वजनिक शौचालय बनवाएं गए। इससे पूर्व वाणिज्य कर विभाग के सामने, रेलवे स्टेशन मार्ग व त्रिपाठी मार्केट क्रा¨सग के पास सार्वजनिक शौचालय थे। निजी शौचालय प्राथमिकता के आधार पर बन रहे हैं। पात्रों को शौचालय के लिए गड्ढ़ा की खुदाई करके बेसिक कार्य पूरा करते हुए धन मुहैया कराया जाएगा। योजना के तहत जो आवेदन मिलेंगे पात्रों को लाभांवित किया जाएगा।
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स्वच्छता व सुविधा के लिए होंगे कार्य
- शहर को साफ-सुथरा व स्वच्छ बनाकर नागरिकों की सुविधाएं दूर करने को जो भी आवश्यक होगा किया जाएगा।
स्थानाभाव में कुछ स्थानों पर समस्या हो रही है। जहां भी आवश्यक होगा बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पारित करके सार्वजनिक व मांग पर सामुदायिक शौचालय बनेंगे। जिन परिवारों में निजी शौचालय नहीं है यहां पूराने शौचालय ध्वस्त हो गए हैं वहां पात्रों का चयन करके शौचालय बनाने के लिए शासन से मिलने वाली धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
-जगत जायसवाल
चेयरमैन नगरपालिका परिषद खलीलाबाद
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