खंडहर हो गया कुक्कुट पालन केंद्र
मेहदावल : एक समय मेहदावल क्षेत्र के औद्योगिक विकास की आशाओं का केंद्र ¨बदु बने कुक्कुट पालन केंद्र क
मेहदावल : एक समय मेहदावल क्षेत्र के औद्योगिक विकास की आशाओं का केंद्र ¨बदु बने कुक्कुट पालन केंद्र के जीर्णोद्धार की बात अब लोगों को दूर की कौड़ी लगने लगी है। दशा यह है कि यहां कुछ नया बनना तो दूर लाखों के सामान भी गायब हो गए हैं। अब यह विशाल भूखंड पर एक भूतबंगला साबित हो रहा है।
कछार क्षेत्र के ग्राम पंचायत बढया ठाठर के ग्राम खैरहवा में वर्ष 1993 में प्रदेश सरकार ने कुक्कुट पालन केंद्र की आधारशिला रखी। इसके उद्घाटन के साथ ही पिछड़े क्षेत्र में विकास होने की आशाओं को पंख लगने लगे थे। एक वर्ष तक युद्ध स्तर पर कार्य चलने के साथ ही चार बड़े शेड, कार्यालय, जलापूर्ति व्यवस्था पूरी हुई। इस दौरान लगभग 53 लाख रुपये खर्च किए गए। ढांचा बनने के बाद से मशीनें लगाने का कार्य धन नहीं मिलने से अधर में लटक गया। इसके बाद से कई बार केंद्र को संचालित करने को लेकर मांग तो उठी पर कुछ भी नहीं हो सका। केंद्र संचालित नहीं होने से इसकी देखरेख भी बंद हो गई।
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तीन शेड का अस्तित्व खत्म
केंद्र परिसर में बने चार विशाल शेड में अब तीन के अस्तित्व पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। यहां लोहे के गर्डर और सीट से बीस फीट ऊंचाई के शेड बने थे। अब इनसे लोहे के साथ ही ईंटें और पिलर की छड़ आदि भी काटकर उठा ले जाए जाने से जमीन पर उसका अवशेष ही बचा है। यहां के लोगों का कहना है कि संचालित होने की योजना यदि पूरी तरह से समाप्त हो चुकी थी तो कबाड़ से भी सरकार को लाखों का राजस्व मिल सकता था।
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फाटक और खिड़कियां भी गायब
कुक्कुट पालन केंद्र के कार्यालय के फाटक और जंगले आदि गायब करने के बाद अब चोरों की निगाह इसके ईंटों पर है। दीवार की ईंटों को भी गायब किया जा रहा है। इसे लेकर क्षेत्रीय निवासियों ने सरकार से बचे खंडहर को नीलाम कर खेल का मैदान बनाने की मांग किया है।
प्रयास करेंगे: एसडीएम
इस संबंध में एसडीएम राम जीवन ने बताया कि कुक्कुट पालन केंद्र के संबंध में जल्द ही पहल होगी और इसके पुराने स्वरूप को लौटाने का प्रयास होगा।