मतदान के दौरान रही गहमा गहमी, पुलिस ने भांजी लाठियां
कांटे : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के तहत ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सदस्य पद हेतु हुए
कांटे : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के तहत ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सदस्य पद हेतु हुए चुनाव में मतदान के दौरान केंद्रों के आस पास पूरे दिन गहमा गहमी बनी रही। प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस महकमा शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मतदान केंद्रों तक दिन भर चक्कर काटता रहा। कुछ स्थानों पर मामूली विवाद की सूचना के बाद पुलिस और जिला प्रशासन के लोगों ने मौके पर पहुंचकर शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए सख्त निर्देश दिए। पुलिस पूरे दिन लाठी डंडे भांजती रही और मतदान केंद्रों के आस पास से समर्थकों को खदेड़ती रही। लेकिन जब शाम हुई तब जाकर मामला मतदान केंद्रों के आस पास गहमा गहमी पर विराम लग पाया।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम खम्हरिया में बूथ के रेंज में लोगों द्वारा गाड़ियां खड़ी करने से नाराज हुए पुलिसकर्मियों ने लाठियां भांजते हुए लोगों को खदेड़ा। इसके बावजूद भी पूरे दिन मतदान केंद्र पर गहमा गहमी बनी रही। क्षेत्र के लगभग हर एक गांव में सुबह से ही मतदाताओं की भारी भीड़ कतार में लगी हुई थी और लोग अपनी बारी आने का इंतजार करते दिखे।
मतदान के दौरान जिला प्रशासन एवं पुलिस के उच्चाधिकारी केंद्रों पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लेते रहे। सेमरियावां क्षेत्र के ग्राम चंगेरा मंगेरा , टेमा रहमत , बूधा कला , सौरहा ¨सहोरवां , रजापुर सरैया आदि कई गांवों में मतदाताओं की लंबी कतारें सुबह से ही लगी रहीं। सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे दिन क्षेत्र में बने मतदान केंद्रों तक पहुंच कर स्थिति और व्यवस्थाओं का जायजा लेते दिखे। क्षेत्र के कई गांवों में वोटरलिस्ट में मतदाताओं का नाम आने के बाद भी उनके पास कोई आईडी प्रूफ न होने के चलते उन्हें मतदान से वंचित कर दिया गया।
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मतदेय स्थलों पर आई महिलाओं ने कुछ यूं साझा किए विचार
मतदान केंद्रों तक पहुंची महिलाओं का कहना था कि जब हम एक घर को संवार सकती हैं तो फिर अपने गांव और क्षेत्र को संवारने में कैसे पीछे रह सकती हैं। भारतीय संविधान में हमें भी औरों की तरह मत देने का अधिकार प्राप्त है। अपने मताधिकार का प्रयोग कर हम अपने गांव और क्षेत्र को इन पदों हेतु सुयोग्य नेतृत्वकर्ता का चुनाव करने में बराबर की सहायता करेंगीं।
.. फर्जी मतदाताओं को पहचानने में लगे रहें मतदान अभिकर्ता
क्षेत्र के लगभग हर गांवों में बने मतदान केंद्रों पर मतदान अभिकर्ता फर्जी मतदाताओं को पहचानने के लिए जुटे रहें। इस बीच कई बार मतदान अभिकर्ता आपस में उलझते दिखे।