पांच वर्ष बाद चिकित्सक तैनात नहीं
संतकबीर नगर: तहसील क्षेत्र के कुरमौल व डेबरी में पिछड़े क्षेत्र में पांच वर्ष अस्पताल स्थापित किया। भ
संतकबीर नगर: तहसील क्षेत्र के कुरमौल व डेबरी में पिछड़े क्षेत्र में पांच वर्ष अस्पताल स्थापित किया। भवन बनने के बाद कागज में अस्पताल खोल दिया गया। चिकित्सालय पर न तो चिकित्सक तैनात हुए न ही संसाधन ही मुहैया कराए जा सके। यहां के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए पीएचसी भवन का निर्माण लाखों की लागत से लगभग पांच वर्ष पूर्व कराया गया। अस्पताल भवन बनने के पांच साल बाद भी किसी कर्मचारी व डाक्टर की तैनाती न होने से भवन के जगला फाटक जहां गायब होने लगे है। वही पिडछ़े क्षेत्र की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलने की उम्मीदों पर पानी फिरने लगा है।
तहसील क्षेत्र के अति पिछड़े व बाढ प्रभावित क्षेत्र चपरा, तुर्कवलिया, नर्चहा, नन्हिया सहित दो दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों को बेहतर स्वाथ्य सुविधा देने के लिए विभाग ने सन 2010 में अस्पताल भवन का निर्माण पूरा करा कर दिया। अस्पताल भवन बनने के बाद स्थानीय लोगो में उम्मीद जगी कि अब हम लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधा लेने के लिए दूर नही जाना पड़ेगा। अस्पताल का फाटक गायब हो गया।
द्विग्विजय यादव, राम केश, राम भवन,सुमेर, रघुपत आदि लोगो का कहना है कि अगर अस्पताल पर डाक्टर की तैनाती कर दिया जाय तो हम लोगो को काफी सुविधा मिलेगी। सबसे अधिक समस्या प्रसूता महिलाओं की होती है। रात मे पिछड़ा क्षेत्र होने के कारण वाहन की समस्या खड़ी हो जाती है। घंटो खोजने के बाद वाहन मिलता है तब तक समस्या बढ जाती है।
सीएचसी मलौली अधीक्षक डा .वीके शुक्ला ने बताया कि अभी तक भवन का हस्तांरण ही विभाग ने नही किया है। जिसके कारण समस्या आ रही है। वैसे उच्चाधिकारियों से बात कर डाक्टर व कर्मचारी की तैनाती की व्यवस्था की जाएगी।