श्रद्धापूर्वक मनी गंगा दशहरा व गायत्री जयंती
संत कबीर नगर : गायत्री शक्ति पीठ खलीलाबाद में श्रद्धापूर्वक गंगा दशहरा व गायत्री जयंती मनाई गई। व
संत कबीर नगर :
गायत्री शक्ति पीठ खलीलाबाद में श्रद्धापूर्वक गंगा दशहरा व गायत्री जयंती मनाई गई। विधि-विधान से हवन-पूजन, अर्चन किया गया। आचार्यों ने श्रद्धालुओं से यज्ञ में आहूति डलवाई। सूर्य साधना अंखड जप किया गया। भजन-कीर्तन के कार्यक्रम हुए। मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना हुई।
संबोधित करते आचार्य रमेश चंद्र दूवे ने कहा कि पौराणिक मान्यतानुसार ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दसवीं तिथि को पतित पावनी लोक कल्याणकारी मां गंगा स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुई थीं। इसी दिन सृष्टि रचना के बाद परमपिता ब्रह्मा ने विश्व में ज्ञान-विज्ञान का प्रकाश फैलाने के लिए मां गायत्री को अवतरित किया था। तभी से इस पावन अवसर पर दोनों देवियों का अवतरण दिवस मनाने की परंपरा है। श्रद्धालुओं ने गायत्री मंत्र के माध्यम से ज्ञान दायिनी की अर्चना की। गायत्री शक्तिपीठ में गंगा दशहरे पर अखंड गायत्री मंत्र का जप व पूर्णाहुति हुई। इस मौके पर गायत्री परिवार के संस्थापक पं. आचार्य श्री राम शर्मा का महाप्रयाण दिवस मनाया गया। श्रद्धालुओं ने अनुचित आदतों को त्यागने का संकल्प लेकर श्रद्धांजलि अर्पित किया। गंगाष्टक, गंगा लहरी व शिव स्त्रोत पाठ करके मां गंगा की आराधना हुई। विनय कुमार भट्ट ने मधुर भजन प्रस्तुत किया।
खलीलाबाद में स्थित समय माता मंदिर, दुर्गा मंदिर, श्रीलक्ष्मी नारायण मंदिर सहित अन्य देवालयों में मां गंगा व गायत्री की पूजा-अर्चना कर प्रसाद वितरण किया गया। सुजीत श्रीवास्तव ने कहा कि गंगा दशहरा पर्व पर गंगा नदी में स्नान करना पुण्यकारी माना गया है, जो भक्त गंगा नदी, घर में गंगा जल डाल कर स्नान करना फलदायी है।