कागजों में सिमटी शक्ति परी चयन योजना
संत कबीर नगर: प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाओं को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वूमेन पाव
संत कबीर नगर: प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाओं को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वूमेन पावर लाइन 1090 की स्थापना करने के साथ ही इसका विस्तार करने के लिए किशोरियों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया था। इसके तहत समाज और पुलिस के बीच एक कड़ी के रुप में कार्य करने के लिए शक्तिपरी का चुनाव करने की योजना बनाई गई थी। हर स्कूल और कालेज की अधिकतर छात्राओं को शक्तिपरी बनाने के लिए प्रदेश पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी थानों पर निर्देश तीन माह पहले ही भेजा गया था परंतु अभी तक चयन न होने से महिला अपराधों पर नियंत्रण की योजना कागजी बनी हुई है।
प्रदेश के सभी थानों पर पुलिस को भेजे गए निर्देश में हर स्कूल और कालेज पर शक्तिपरी का चयन करने को कहा गया था। पावर एंजिल अर्थात शक्तिपरी को विशेष रूप से पुलिस अधिकारी का दर्जा प्राप्त होता। इनके चयन के लिए नाम पते के साथ ही कोर्स की जानकारी लेने का फार्म भरवाने का कार्य करना था। वीमेन पावर लाइन 1090 की कार्यप्रणाली के अनुसार चयनित बालिकाओं की पहचान गुप्त रखने के साथ ही और उन्हे किसी थाने या चौकी पर बुलाए बिना सूचनाएं लेकर कार्रवाई किया जा सकता है। चयनित बालिकाओं की काल को महिला पुलिस द्वारा ही सुनने के साथ ही समस्या के समाधान होने तक पुलिस लगातार उनके संपर्क में रहना है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए शक्ति परी का चयन करने के लिए सभी थानों को फार्म भेजे गए थे। चयनित बालिकाओं को पुलिस विभाग द्वारा परिचय पत्र जारी किया जाता और विशेष मामलों में सराहनीय योगदान करने वालों को पुरस्कृत भी करने का प्रावधान था। इनका कर्तव्य पीड़िता और प्रभावित लड़कियों के कार्य प्रणाली की जानकारी और आसपास की महिलाओं के प्रति होने वाले दुर्व्यवहार की जानकारी देने की होने से महिला अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण करने में आसानी होती परंतु अभी तक तहसील क्षेत्र के थानों पर चयन प्रक्रिया शुरू न होने से योजना कागजी बनी हुई है।