साक्षरता प्रेरकों को अभी दो माह का मिलेगा मानदेय
जागरण संवाददाता, संत कबीर नगर : साक्षर भारत मिशन के पर्यवेक्षण व निरीक्षण के लिए जनपद में आए निद
जागरण संवाददाता, संत कबीर नगर : साक्षर भारत मिशन के पर्यवेक्षण व निरीक्षण के लिए जनपद में आए निदेशक साक्षरता वैकल्पिक शिक्षा उर्दू एवं पचच्य भाषाएं उत्तर प्रदेश अमर नाथ वर्मा ने साक्षरता बढ़ाने पर जोर दिया। इसके लिए लोक शिक्षा समिति के माध्यम से ग्राम सभाओं में त्वरित गति से कार्य करने का सुझाव रखा। उन्होंने कहा कि असाक्षरों का पंजीकरण करके उनको साक्षर बनाने का हर संभव प्रयास होना चाहिए।
साक्षरता निदेशक गुरुवार को डायट भवन में साक्षर भारत मिशन योजना की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनपद के 648 गांवों में 1296 प्रेरक हैं। प्रेरकों के मानदेय भुगतान के लिए धन स्वीकृत किया गया है। बकाया मानदेय का भुगतान एक बार में अधिकतम दो माह का 10 नवंबर 2014 तक करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी नौ ब्लाकों में साक्षरता के कार्यों की समीक्षा करते मानदेय की जानकारी ली। पौली ब्लाक में मानदेय वितरण न होने से नाराजगी जतायी। इसके साथ अन्य ब्लाकों में मानदेय भुगतान का निर्देश दिया। डायट प्राचार्य व समिति के सदस्य प्रताप ¨सह बघेल ने कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। बाकी साक्षरता लिपिक दीपेश कुमार ने दी।
इस मौके पर जिला विकास अधिकारी रमेश चंद्रा, वरिष्ठ प्रवक्ता केसी भारती, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामपाल ¨सह, प्रवक्ता पवन कुमार मिश्र, ओपी वर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी डा. नरेंद्र ¨सह, अर्जुन ¨सह, आरडी प्रसाद, श्रीप्रकाश मिश्र, ¨वदेश्वरी प्रसाद मिश्र, अशोक राय, रामजनक वर्मा, चंद्र भूषण त्रिपाठी,श्याम सुंदर पटेल, अशोक राय, शैलेंद्र ¨सह, सुधारक ¨सह, कालिका प्रसाद सहित जिला समन्वयक, ब्लाक समन्वयक व विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
-समीक्षा बैठक में साक्षरता निदेशक के समक्ष जिला व ब्लाक समन्वयक की घोषणा की गई। चंद्र प्रकाश मिश्र, सुधाकर ¨सह, शैलेंद्र कुमार ¨सह, विजय कुमार जिला समन्वयक बनाएं गए। जबकि नागेंद्र कुमार पौली, इमरान खलीलाबाद, आनंद कुमार नाथनगर, संजय कुमार त्रिपाठी सांथा, मोहन ¨सह बघौली, सुबोध मेहदावल, विजय कुमार बेलहर कला, धर्म कुमार ¨सह सेमरियावा, आरिफ मोहम्मद हैंसर बाजार ब्लाक के समन्वयक नियुक्त किए गए।
डायट भवन के सामने गुरुवार को प्रेरकों ने प्रदर्शन करके मानदेय भुगतान की मांग की। प्रेरकों का कहना था कि पिछले दो वर्ष से मानदेय नही मिला है। मानदेय वितरण में भेदभाव किया जा रहा है। एक तो महज दो हजार रुपये मानदेय निर्धारित है, वह भी समय से नही मिल रहा है। प्रेरक महासंघ के अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार यादव के नेतृत्व में साक्षरता निदेशक को छह सूत्रीय ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में समय से खाते में मानदेय भेजने के साथ, प्रोत्साहन राशि देकर नियमित करने की मांग की गई है। इस मौके पर दिनेश द्विवेदी, रामहित चौहान, दिनेश यादव, रामलित,दिनेश कुमार, संतोष कुमार, सत्यप्रकाश, सुभाष मौर्य, उदयभान, रामरुप, राजेश कुमार, अल्पना चौधरी, पूनम, अनुराधा पांडेय, अंजू, साधना सहित अनेक प्रेरक उपस्थित रहे।
जनपद में कुल साक्षरता 69.1 प्रतिशत दर्ज की गई है। साक्षरता में अब तक कुल 02 लाख 01 हजार 324 लोगों का पंजीकरण किया गया है। इसमें अगस्त माह तक आयोजित परीक्षा कुल 01 लाख 59 हजार 469 ने परीक्षा दी। इसमें नौ मार्च को 4 लाख 50 हजार में से 32 हजार 334 तथा चौबीस अगस्त को 22 हजार 680 में से 17 हजार 60 ने परीक्षा दी है।
प्रेरकों के मानदेय के लिए पौली ब्लाक में 07 लाख 52 हजार रुपये आवंटित किया गया है। इसमें 02 लाख 28 हजार रुपये 57 प्रेरकों में मानदेय भुगतान किया गा। अभी 28 प्रेरकों का मानदेय भुगतान शेष है। ग्राम पंचायत स्तर की गतिविधियों हेतु 3 करोड, 31 लाख 30 हजार 120 रुपये आवंटित किया गया। इसमें 02 करोड 05 लाख 40 हजार 979 रुपये तथा 15 लाख 14 हजार 117 रुपये मास मोबालाइजेशन पर व्यय होना है। इसके साथ ही 8, 95,078 रुपये जिला समन्वयक मानदेय, 3,99,730 प्रबंधन व कार्यालय व्यय, 92, 533, संदर्भ व्यक्तियों ने प्रशिक्षण पर 14 हजार 125 रुपये जनपद स्तर की गतिविधि के मद में प्राप्त है। जबकि ब्लाक स्तर पर ब्लाक समन्वयक मानदेय के लिए 19 लाख 57 हजार 400 रुपये, प्रबंधन व कार्यालय व्यय में 6,96,167, मास मोबालाइलेशन पर 1 लाख 22 हजार, मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण पर 32 हजार 371 रुपये, प्रेरक प्रशिक्षण पर 02 लाख 70 हजार 536 रुपये, स्वयं सेवकों के प्रशिक्षण में 98 हजार 326 तथा साक्षरता परीक्षा के मद में अब तक 04 लाख 44 हजार 791 रुपये व्यय किए गए।