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अंतिम संघर्ष के लिए घरों से निकलें युवा

By Edited By: Published: Sun, 21 Sep 2014 10:32 PM (IST)Updated: Sun, 21 Sep 2014 10:32 PM (IST)
अंतिम संघर्ष के लिए घरों से निकलें युवा

संत कबीर नगर : जिले पर आंदोलन के महज दो दिन रहने पर बुनकर और बर्तन कारोबारियों ने जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया है। इस क्रम में रविवार को मेहदावल और लोहरसन कस्बे में आंदोलन यात्रा के माध्यम से समर्थन की मांग की गई।

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मेहदावल में रथ यात्रा के दौरान जनसमुदाय को संबोधित करते हुए पसमंादा महाज के प्रदेश उपाध्यक्ष मो. इशहाक अंसारी ने कहा कि बार बार धोखे से सबक लेकर अबकी बार निर्णायक लड़ाई के लिए पहली बार तहसील क्षेत्र के हर गांव में लोग खुद ही घरों से निकलकर समर्थन के लिए आ रहे हैं। सोमवार को टोलियों के माध्यम से जनसंपर्क किया जाएगा इसी दौरान जिले तक पहुंचने के लिए रणनीति को अंतिम रुप दिया जाएगा। उन्होंने दो तीन दिनो में मिली बिजली का उदाहरण देते हुए कहा कि कभी आधे तो कभी दो से तीन घंटे बिजली देकर बुनकरों की रोटी छीनने का प्रयास किया जा रहा है। सड़क को ठीक कराने के बजाए केवल मिट्टी डालकर बहलाने का कार्य चल रहा है। रोटी बिना बर्बाद हो रहे परिवारो को राहत दिलाने के लिए सर्व समाज के लोगों का खुलकर समर्थन मिलने से हौसला बढ़ रहा है। अब्दुल सबूर ने कहा कि बर्तन और बुनकर तो एक माध्यम बनकर कार्य कर रहे हैं। असली दर्द तो क्षेत्र के किसानों और नौजवानो का भी है जिनका भविष्य खराब हो रहा है। अबकी बार प्रशासन को लिखित रुप से समझौता करने पर मजबूर किया जाएगा। जनहित के खिलाफ कोई कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस दौरान जहीरुद्दीन अंसारी, राजकुमार कसेरा, अब्दुल्लाह मंसूरी, जमील अहमद, रियाजुद्दीन, नईम अख्तर, जियाउलहक, शमशाद, वली अहमद, शहाबुद्दीन, मो. उमर समेत भारी संख्या मे लोग उपस्थित रहे।

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बुनकरों ने निकाला कैंडिल मार्च

रथ यात्रा के माध्यम से जनसमर्थन मांगने के बाद रविवार की सायं लेडुआ महुआ से बुनकरों ने कैंडिल मार्च निकाला जो बखिरा कस्बे का भ्रमण करने के बाद अमरडोभा में आकर समाप्त हुई। इस दौरान राजकुमार कसेरा ने कहा कि जिस तरह से अंधेरे को मिटाने के लिए रोशनी कार्य करती है उसी तरह से बुनकरों के आदोलन से क्षेत्र में बिजली और सड़क की बदहाली दूर हो सकेगी। इस दौरान भारी संख्या में बुनकर और बर्तन कारोबारी शामिल रहे।


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