बिजली कटौती से हाहाकार, आंदोलन की चेतावनी
संत कबीर नगर : चार दिनों से बिजली कटौती चरम पर होने से क्षेत्र में हाहाकार मचा है। यहां न तो दिन में बिजली मिल पा रही और न रात को आधे घंटे भी मिल पा रही है। इससे लोगों की नींद हराम होने के साथ ही इससे चलने वाले कुटीर उद्योगों के कामगारों के समक्ष रोटी का संकट खड़ा हो गया है। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने सरकार से निर्धारित शिडयूल की बिजली दिलाने की मांग की है। विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार नहोने पर आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दिया है।
मेहदावल तहसील क्षेत्र में विभागीय सूत्रों के अनुसार दिन में सवा दो बजे से सवा छ बजे तक और रात्रि में ग्यारह बजे से सुबह छ बजे तक बिजली दिया जाना बताया जाता है। सोमवार से ही नए नियम लागू होने से महज एक दिन रात्रि में तीन घंटे बिजली मिल पाई है। दिन में तो दो घंटे भी नहीं मिल पा रही है। इस प्रकार चौबीस घंटे में तीन घंटे भी बिजली न मिल पाने से पूरे क्षेत्र में हाहाकार मचा हुआ है। क्षेत्रीय निवासी और सभासद वाहिद अली, कम्हरिया निवासी महबूब, राजधर पाठक, कंचन चौधरी, रियाजुद्दीन, राजू भारती आदि ने बताया कि हर माह क्षेत्र में बिजली के मानक बदले जाते हैं और नतीजा पुराना ही रहता है। अबकी बार तो हद ही हो गई है जब पूरे दिन में तीन घंटे बिजली न मिल पाने से नलकूप बंद पड़े हैं। बुनकरों के सामने पावरलूम बंद होने से रोटी का संकट आ रहा है। अंधेरे के कारण छात्र पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। रियाजुद्दीन अंसारी ने कहा कि यदि सप्ताह भर के भीतर सुधार न किया गया तो आंदोलन करने के लिए लोग विवश होंगे। बिजली की कटौती विशेषकर बुनकरों को मिटाने का माध्यम बन रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।