एडस पीड़ित को इलाज के नाम पर लगा दिया चूना
जागरण संवाददाता, संत कबीर नगर : कहते हैं कि बीमार और कमजोर हालत में दुश्मन को भी नहीं परेशान करना चाहिए, लेकिन यहां के सीएचसी में एक एड्स रोगी को उल्टा अनुभव मिला। इस एड्स रोगी को इलाज के नाम पर ठग लिया गया।
बखिरा क्षेत्र के ग्राम परसोहिया निवासी रामशबद पुत्र चुन्नीलाल उम्र 45 वर्ष दिल्ली में रहकर बिजली मकैनिक का कार्य करता था। तीन वर्ष पूर्व से वह बीमार रहने लगा था। काफी दवा कराने के बाद जब ठीक नहीं हुआ तो वह गांव वापस आ गया। चिकित्सीय जांच में एचआइवी पीड़ित होने की पुष्टि हो गई। अब बात आई मंहगे इलाज की तो गोरखपुर में ही किसी ने उसकी पत्नी को बताया कि सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर उसे निश्शुल्क दवा मिल सकती है। इसकी आस मे पिछले बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आई तो परिसर के अंदर घूम रहे एक व्यक्ति ने मदद करके डाक्टर को दिखाने और दवा दिलाने का वादा करके अपने जाल मे फंसा लिया। रीता देवी ने बताया कि वह गांव के ही एक व्यक्ति से कर्ज लेकर दवा कराने के लिए पैसे लाई थी। उक्त व्यक्ति ने एक डाक्टर को दिखाया और इसके बाद बाहर ले जाकर एक पैथालोजी पर खून की जांच करवायी। उसने पूरी दवा दिलाने के लिए ढाई हजार रुपये लिए और एक पत्ता दवा देकर फिर दो दिन बाद आने को कहा। जब वह आई तो उस व्यक्ति ने कहा कि तुम्हारे पास अन्त्योदय कार्ड नहीं है, इस कारण निश्शुल्क इलाज नहीं हो सकता है। ग्राम प्रधान अब्दुल्लाह से जब उसकी मुलाकात हुई तो वे उसे लेकर जिले के मुख्य विकास अधिकारी से मिले और पीड़ा को सुनाया। उन्होंने विकास खंड के एडीओ पंचायत से कार्ड बनाने के लिए कार्रवाई करने को कहा। सीडीओ के द्वारा मदद के आश्वासन के बाद उसे थोड़ी आस जगी है।
इस बाबत पूछने पर सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. डीएनपी गुप्ता ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर केवल जांच की ही व्यवस्था है। इसमें पुष्टि हो जान के बाद जिला संयुक्त चिकित्सालय खलीलाबाद के लिए भेज दिया जाता है वहां पर निश्शुल्क दवा मिलती है। रही बात एडस पीडि़त से रुपया ऐंठ लेने का तो लगता है कि महिला किसी दलाल के चंगुल मे फंस गई। यदि वह आकर सम्बंधित व्यक्ति और डाक्टर की पहचान करके बताए तो उसका धन तो वापस कराया ही जाएगा साथ ही कठोर कार्रवाई भी की जाएगी।