किसानों को दगा दे रही बंद नहर
संत कबीर नगर :
स्थानीय तहसील क्षेत्र के किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा देने के लिए चार दशक पूर्व मुखलिसपुर पंप कैनाल की स्थापना की गई। कुछ दिन तो पंप कैनाल ठीक ठाक चली और समय से किसानों के फसलों की सिंचाई हो जाती थी। रखरखाव के अभाव में दिनों दिन कैनाल जर्जर होती गई और टेल तक पानी पहुंचना मुश्किल हो गया। कैनाल पहले सीपेज के चलते टूटने लगी, लेकिन किसान स्वयं किसी तरह से नहर में मिट्टी भर कर काम तो चलाते रहे। इस समय नहर पूर्णतया बंद होने से किसानों की हरी सब्जी व जायद की खेती बर्बाद होने के कगार पर है। इसको लेकर किसानों में आक्रोश है।
उल्लेखनीय है कि धनघटा तहसील के मुखलिसपुर में पंप कैनाल की चार दशक पूर्व जब की गई तो उस समय किसानों में उम्मीद जगी कि अब फसलों की सिंचाई आसानी से हो जाया करेगी। नहर चलने पर मुखलिसपुर से लगायत गोरखपुर की सीमा तक नहर से ही सस्ती सिंचाई की सुविधा किसानो को मिलती थी। जैसे जैसे समय बीतता गया नहर जर्जर होती गई। नहर जर्जर होने से टेल तक पानी पहुंचना मुश्किल हो गया। किसान नहर की मरम्मत कराने की गुहार लगाते रहे,लेकिन सुनवाई नहीं की गई । किसान राम नाथ, मुन्नी लाल, राम जी यादव, रंगी लाल, माधव सिंह आदि का कहना है कि जिस समय नहर का निर्माण कराया गया था किसान नहर से सिंचाई कर सब्जी की खेती करके अच्छी आमदनी प्राप्त करता था। समय बीतने के साथ समुचित रखरखाव न होने से नहर जर्जर होती गई। नहर जैसे चालू होती है, तो कहीं न कहीं टूट कर किसानों के लिए मुसीबत खड़ी कर देती है। नहर के बंद होने के कारण किसानों की हरी सब्जी व जायद की खेती सूखने लगी है। आक्रोशित किसानों ने प्रशासन से नहर की मरम्मत कराने व जरुरत के समय पानी छोड़ने की मांग की है।
इस बाबत पूछने पर एसडीएम आरडी पांडेय ने बताया कि नहर बंद होने की जानकारी नही है पता कर नहर को चालू कराकर किसानों को सिंचाई की सुविधा देने की व्यवस्था की जाएगी।