मातृ शक्ति की उपासना आवश्यक : रामाचार्य
संत कबीर नगर :
शहर के श्रीसमय माता मंदिर परिसर में सोमवार को श्रीसहस्त्र चंडी महायज्ञ में भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। कथा के शुभारंभ से पूर्व वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच व्यास पूजन किया गया।
श्रीनारायण धमार्थ जनकल्याण सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित महायज्ञ में कथा का रसपान कराते स्वामी डा. रामाचार्य महाराज ने कहा कि श्रीहरि की कथा जीवन को संवारने वाली है। उन्होंने मातृशक्ति की पूजा आवश्यक बताया। यज्ञाचार्य पंडित कमलापति मिश्र के निर्देशन में ब्राह्माणों ने हवन- पूजन व पाठ किया।
इस मौके पर डा.रामसुभग ओझा, समय देव पांडेय, पं.रामनारायण धर द्विवेदी, पं.कमला पति मिश्र, पं. ब्रह्मदेव द्विवेदी, पं.रामकुमार मिश्रा शास्त्री, पं. काली प्रसाद पांडेय, पं.पंचमूर्ति द्विवेदी, लाल बाबा बालक दास, वशिष्ठ मुनि, अवधेश राय, अभिषेक राम, रामनारायण उपाध्याय, अमर नाथ रुंगटा, छोटे लाल पाठक, सत्य प्रकाश पांडेय, पं.भीम शंकर पांडेय, नितिन कुमार मिश्रा, शशि कुमार पांडेय, अभिषेक राय, गजेंद्र कुमार, शिव मणि, हरि, पं. शेष दत्त, पं.जय प्रकाश, पं. सीताराम, पं. रामकुमार मिश्र शास्त्री, अयोध्या पांडेय, बीडी मिश्रा, पं.जयकरन मिश्र, राजेश, केसी दूबे, भूपेंद्र पांडेय, योगेंद्र सिंह, संतोष तिवारी, हरिनारायण उपाध्याय, अमित पांडेय, महेंद्र प्रताप सिंह, ज्ञानेंद्र मिश्र, कुंज बिहारी रुंगटा, रमेश राय, संतोष श्रीवास्तव, मुन्ना, राकेश गुप्ता, शंभू नाथ आदि उपस्थित थे।
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कथा में आज
-श्रीसमय माता मंदिर परिसर में आयोजित कथा में मंगलवार को प्रात: काल से पूजन -अर्चन होगा। अरणी मंथन द्वारा अग्नि देव की उत्पत्ति की जाएगी।