बबराला में धड़ल्ले से चल रहे हैं डग्गामार वाहन
बबराला। बबराला-सहसवान, राजघाट-बहजोई व बबराला-गंवा मार्ग पर डग्गामार वाहन बेरोकटोक दौड़ रहे हैं। ज
बबराला। बबराला-सहसवान, राजघाट-बहजोई व बबराला-गंवा मार्ग पर डग्गामार वाहन बेरोकटोक दौड़ रहे हैं। जिससे निजी बस मालिकों और रोडवेज बसों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। डग्गामार वाहनों के खिलाफ धरपकड़ अभियान कुछ समय पूर्व चला था, लेकिन उसके बाद गुन्नौर तहसील में डग्गामार धड़ल्ले से दौड़ लगा रहे है।
यातायात माह में भी ये सड़कों पर बेखौफ दौड़ रहे हैं। उन पर कोई अंकुश नहीं लग पा रहा है। इनके चलने से अलीगढ़-सम्भल-बबराला, चन्दौसी-बबराला-गवां मार्ग पर प्राइवेट बसें कम हो गई हैं। बस मालिकों ने घाटे के चलते बसों को मार्ग से हटा लिया है। यात्री अपनी मंजिल पर पहुंचने के लिए मजबूरी में डग्गामार वाहनों का सहारा लेते हैं। इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता।इसलिए ही बबराला से सहसवान मार्ग पर चलने वाली बसें तो काफी समय से बंद हो गयीं हैं। बबराला-बहजोई व बबराला-सहसवान मार्ग पर डग्गामार वाहनों की संख्या काफी अधिक है। बबराला-अनूपशहर मार्ग पर भी डग्गामार वाहन दौड़ रहे हैं।
बस मालिकों का कहना है कि डीजल महंगा हो गया है। अगर शीघ्र डग्गामार वाहनों पर अंकुश नहीं लगा तो लंबी यात्रा करने वाले यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में यात्रियों को मजबूरी बस डग्गामार वाहनों में नीचे ऊपर बैठ कर चलना पड़ रहा है। यह डग्गामार वाहन चालक परिचालक से सवारियों को लेकर झगड़ा भी करते हैं। इनकी दबंगई के आगे सभी बेबस नजर आते हैं। यात्रियों से भी मनमाना किराया वसूल करते हैं। इन डग्गामार वाहनों में बेतहाशा यात्री को भरा जाता है। जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है लेकिन इन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। बबराला चौकी इंचार्ज सुरेंद्र कुमार ने बताया कि इन के विरुद्ध शीघ्र अभियान चलाया जायेगा।