बच्चे सीख रहे घुड़सवारी और संगीत
चन्दौसी: नगर के कई स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों का सदुपयोग समर कैंप के रूप में कराया जा रहा है जह
चन्दौसी: नगर के कई स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों का सदुपयोग समर कैंप के रूप में कराया जा रहा है जहां बच्चे विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के साथ- साथ कई हुनर में भी पारंगत हो रहे हैं।
एएम वर्ल्ड स्कूल में समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें कक्षा तीन से आठ तक के बच्चों भाग ले रहे हैं। कैंप में बच्चों को घुड़सवारी प्राथमिक रूप से सिखाई जा रही हैं। आर्ट्स में क्ले मो¨ल्डग तथा पॉटरी सिखाया गया। इसके अलावा संगीत के साथ-साथ वाद्ययंत्रों जैसे गिटार, तबला, हारमोनियम, कैसिओ, कांगो भी कैंप में सिखाया जा रहा है। कैंप का आयोजन सुबह सात बजे से साढ़े ग्यारह बजे तक किया जा रहा है। विद्यालय संस्थापक अनूप मंगल ने बताया कि स्कूल का उद्देश्य सभी बच्चों को शिक्षा के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों में भी उन्हें आगे बढ़ाना हैं। ग्लोबल हैरिटेज स्कूल में चल रहे दस दिवसीय समर कैंप के दूसरे दिन बच्चों ने डांस के विभिन्न स्टेप्स सीखे। मुरादाबाद से आए कोरियोग्राफर लोकेश शर्मा ने संगीत के साथ गानों के मुखड़ों पर नृत्य करना भी सिखाया। शाम के सत्र में ताइक्वाडो एवं सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण रेडबेल्ट रचित व ब्लैक बेल्टधारी सुरेश द्वारा दिया जा रहा है। इस मौके पर शशि नंदन, प्रतिज्ञा वाष्र्णेय, केजी गुप्ता सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा। आरआरके स्कूल में चल रहे दस दिवसीय समर कैंप के दूसरे दिन बच्चों को निर्मला गुप्ता व कमलेश शाह ने अनुलोम-विलोम, कपाल भाति, उज्जयाई का पुन:अभ्यास कराया। मोनिका तिवारी ने पैरों, घुटनों, हाथों व आंखों के सूक्ष्म व्यायाम कराए। उज्जमा जमाल, रुखसाना व निदा राशिद ने बच्चों को मेहंदी का कोन बनाना सिखाया तथा नेल आर्ट की प्रैक्टिस कराई। इस दौरान प्रधानाचार्य डॉ. एसके पांडे, आरके ¨सह, अरुण दुबे, हरीश कठैरिया, अनुज उपाध्याय आदि मौजूद रहे।
बहजोई: एसपीएस पब्लिक स्कूल गांव परतापुर में आयोजित छह दिवसीय समर कैंप के दूसरे दिन बच्चों ने कागज के फूल बनाने सीखे। नृत्य, संगीत, ड्रामा, इंगलिश स्पी¨कग, इंडोर व आउटडोर खेल भी खिलाए गए। इस दौरान आलोक यादव, धर्मेन्द्र ¨सह, अभिषेक अग्रवाल, नेहा ¨सह, कविता ¨सह, रंजना ¨सह, अल्का सक्सेना, तोषी शर्मा, अंशू चौधरी, वंशिका, शिखा गोयल, रश्मि ¨सह, मोनिका वाष्र्णेय, भावना यादव, ओमलता आदि मौजूद रहे।