असमोली चीनी मिल के खिलाफ भाकियू का प्रदर्शन
सम्भल। किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भाकियू ने शनिवार को उपजिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्श
सम्भल। किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भाकियू ने शनिवार को उपजिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। धरने को संबोधित करते हुए यूनियन के मंडल अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि असमोली चीनी मिल कर्मचारी, अधिकारी और गन्ना डीसीओ उपायुक्त व आयुक्त सब असमोली चीनी मिल से मिले हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मिलीभगत से किसानों पर मुकदमें लिखवाए जा रहे हैं और सारे नियम ताक पर रखकर गन्ना आयुक्त ने असमोली मिल को ही पर्ची काटने के आदेश दे रखे हैं जिससे किसानों का शोषण किया जा रहा है। मंडल अध्यक्ष ने कहा कि मिल का गंदा पानी खेतों में जा रहा है जिससे बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है। जिलाध्यक्ष शंकर ¨सह यादव ने कहा कि इस बार आरपार की लड़ाई की जाएगी तथा जब तक किसानों पर दर्ज रिपोर्ट वापस कर ट्रैक्टर ट्राली नहीं छोड़ी जाती तब तक किसान धरने से नहीं हटेंगे। किसानों द्वारा हंगामा काटे जाने पर जिलाधिकारी ने फोन पर वार्ता की और ट्रैक्टर ट्राली को छोड़ दिया गया तथा किसानों द्वारा अधिकारियों के खिलाफ दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने और मिल द्वारा दूषित पानी छोड़ने और जमीन पर कब्जे आदि के लिए जांच समिति गठित करने की घोषणा पर धरना समाप्त किया गया। धरने में चेयरमैन अरविन्द, डायरेक्टर हसनपुर चीनी मिल सुरेन्द्र ¨सह, गौरव चाहल, रामचरन शास्त्री, संजय, ऋषिपाल, मोहर ¨सह, सोनू त्यागी आदि मौजूद रहे। धरने की अध्यक्षता हाजी इरफान ने व संचालन वीरेन्द्र ¨सह ने किया।