धूम धाम से मनाया भगवान बुद्ध का जन्म दिन
सम्भल । सोमवार को भगवान बुद्ध का जन्म दिवस को धूमधाम मनाया गया। बीआर अंबेडकर समिति के मुनीष कुमार
सम्भल । सोमवार को भगवान बुद्ध का जन्म दिवस को धूमधाम मनाया गया।
बीआर अंबेडकर समिति के मुनीष कुमार ने कहा कि भगवान बुद्ध के बताए मागरें पर चले। अमर सिंह ने कहा हमे किसी धर्म से कुछ नहीं हमारा धर्म बुद्ध धर्म ही है। कहा भीमराव अंबेडकर ने भी इसी धर्म को अपनाया था। क्योंकि इस धर्म ने किसी भी जाति के मन को ठेस नहीं पहुंचाई। अमित गौतम ने कहा आज जिस देश में बुद्ध धर्म को माना जाता है। वह देश खुशहाल है। लाल सिंह, बाबूलाल, दिनेश, रंजीत, सुशील, प्रेम, अतर सिंह, मनोज, योगेन्द्र सिंह, नोबत सिंह, हिमाशु मौजूद रहे। अखिल भारतीय संघ ने भगवान बुद्ध का जन्म दिन मनाया। सुनील कुमार ने कहा हमें बुद्ध के बताए हुए रास्ते पर चलकर लोगों की सेवा करनी चाहिए। सुनील, महेशचंद्र, ओमपाल, राजेश, ललित, भूप सिंह, ओमकार, रेखा देवी, मुनेश देवी, यशपाल, महेन्द्र आदि मौजूद रहे। बुद्ध के जन्म दिवस पर मुहल्ला हयातनगर में वंदना कर उनके बताए गए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। धर्मवीर, विनीत कुमार, मनोज, सत्यवीर मौजूद रहे। बुद्ध पूर्णिमा के पर्व पर श्री कल्कि विष्णु मंदिर में कल्कि सेना ने विचार गोष्ठी का आयोजन किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप कुमार गुप्ता ने कहा भगवान बुद्ध के विषय में तथाकथित बुद्ध जीवियों ने कुछ भ्रांतियां फैला रखी है। यही कारण है कि बुद्ध के विषय में सनातन धर्म के लोग अधिक नहीं जानते और उनसे दूर होते चले गए। जबकि भगवान बुद्ध विष्णु के ही 24 में से 23 वें और प्रमुख 10 अवतारों में से 9 वें अवतार है। उनका अवतार और उनका स्वरुप आज तक हमे सम्मोहित किए हुए है। संरक्षक महेन्द्र प्रसाद ने कहा भगवान बुद्ध ही एक ऐसे अवतार है, जो दण्डाधिकारी नही है। गगन, विकास, प्रिंस, सुनील, सुमित, राजवीर सिंह, नीतिन, श्याम, रानू, उदित मौजूद रहे।
महामाया बौद्ध विहार में हुई बौद्ध वन्दना
चन्दौसी : महामाया बौद्ध विहार चुन्नी मुहल्ला में वन्दना किया गया। भंते चन्द्र कीर्ति ने कहा जो लोग बुद्ध विचारधारा के विपरीत मनु जयंती मनाते हैं। उन्हें भगवान बुद्ध जयंती मनाने का कोई अधिकार नहीं है। अध्यक्ष रामरूप रूपी ने कहा कि बुद्ध जयंती के उपलक्ष्य में सोमवार को प्रात: आठ महामाया बौद्ध विहार चुन्नी मुहल्ला में सभी बौद्ध बंधु एकत्र होंगे। धम्म गुरुओं के प्रवचन उपरांत खीर का प्रसाद वितरित होगा। पुष्पा बौद्ध, हरिओम, श्रीराम बौद्ध, चन्द्र मोहन नीरज, नरेश मौजूद रहे।