केन्द्र सरकार के पुतले की अर्थी निकाली
सम्भल। भूमि अधिग्रहण कानून का विरोध करते हुए कांग्रेसियों ने केन्द्र सरकार की अर्थी कंधों पर लादकर
सम्भल। भूमि अधिग्रहण कानून का विरोध करते हुए कांग्रेसियों ने केन्द्र सरकार की अर्थी कंधों पर लादकर शहर के विभिन्न रास्तों में घुमाई और फिर चंदौसी चौराहे पर ले जाकर फूंक दिया। शुक्रवार की दोपहर बाद कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तौकीर अहमद के नेतृत्व में कार्यकर्ता चंदौसी चौराहे पर एकत्र हुए और केन्द्र सरकार की अर्थी बनाकर शहर के यशोदा चौराहा, शंकर चौराहा, अस्पताल चौराहा से होते हुए वापिस चंदौसी चौराहा पर जाकर अर्थी को दहन कर दिया। वक्ताओं ने कहा कांग्रेस के शासन में एफडीआई का विरोध करने वाले वित्त मंत्री अब कहते एफडीआई को हर क्षेत्र में लाना सरकार की प्राथमिकता है। कांग्रेस द्वारा लाया गया भूमि अधिग्रहण का बिल का मोदी सरकार द्वारा स्वरुप बदलकर किसानों के अधिकारी का हनन किया गया। चुनाव के समय चीन तथा पाकिस्तान से देश की रक्षा करने का वादा करने वाले अब कहते है कि चीन धोखे से सीमा में घुस आया था तथा पाकिस्तान से वार्ता जारी है। उन्होंने कहा बहन बेटियों की सुरक्षा की बात करने वाले मोदी सरकार के कानून मंत्री कह रहें है। की बलात्कार की घटनायें तो होती रहती है और चुनाव से पहले काले धन वापसी का वादा दिखाकर अब कह रहे है इस जन्म में तो काला धन वापस लाना मुश्किल है। शिवकिशोर गौतम ने कहा इन सभी समस्याओं को लेकर तथा किसान विरोधी अध्यादेश की वापसी के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेंगा। इस दौरान दलवीर सिंह, विजय शर्मा, छोटे मिस्त्री, मुकुट विहारी लाल, आकिल अहमद, याकूब मिस्त्री, सरफराज कुरैशी, फुरकान कुरैशी, अब्दुल रहमान, आसिम, सर्जन गुप्ता, हकीम जिलानी, सुमन त्यागी, अता वारिस आदि रहें।