सहारनपुर में ऐहतियाती उपायों के बीच ताजा हिंसा, तीन की हालत गंभीर
मुख्यमंत्री द्वारा भेजे उच्च अधिकारी कानून व्यवस्था के लिए बैठक और उपद्रवी सहारनपुर के बडग़ांव क्षेत्र में फायरिंग करते रहे।
सहारनपुर (जेएनएन)। सहारनपुर के बडग़ांव क्षेत्र में चार स्थानों पर भड़की जातीय हिंसा आज भी फैलती रही। एक तरफ लखनऊ से मुख्यमंत्री द्वारा भेजे उच्च अधिकारी अमन और कानून व्यवस्था के लिए बैठक तो दूसरी तरफ उपद्रवी दो स्थानों पर फायरिंग कर रहे थे। गोली लगने से दो जबकि एक व्यक्ति तलवार से घायल कर दिया गया। इनमें दो दलित व एक राजपूत समाज से है। पुलिस ने आठ मुकदमे दर्ज कर 25 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है। शब्बीरपुर गांव में कैंप कर रहे गृह सचिव व एडीजी एलओ ने कहा है कि 48 घंटे में अमन बहाली करा दी जाएगी। शब्बीरपुर गांव में नेताओं के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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बडग़ांव के हालात बेकाबू होते देख शासन ने मंगलवार देर रात गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा, एडीजी एलओ आदित्य मिश्रा, आइजी एसटीएफ अमिताभ यश और डीआइजी सिक्योरिटी विजय भूषण को विशेष विमान से यहां भेजा। अलीगढ़, मेरठ, आगरा, गाजियाबाद और मुरादाबाद से पीएसी कमांडेंट के अलावा मुजफ्फरनगर के एसएसपी बबलू कुमार को भी यहां तैनात कर दिया गया। ये अफसर जिला अस्पताल में भर्ती मंगलवार को हुई हिंसा के घायलों से भी मिले। बुधवार को ये सभी अधिकारी पुलिस लाइन में बैठक कर रहे थे, उसी वक्त बडग़ांव के मोरा गांव में उपद्रवियों ने दलित यशपाल (53) पर तलवार से हमला कर दिया जबकि नितिन (25) निवासी गंदेवड़ा फतेहपुर को गोली मार दी। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दूसरी वारदात तब हुई जब लखनऊ से आए आला अफसर कमिश्नर एमपी अग्रवाल और डीआइजी जेके शाही के साथ गांव शब्बीरपुर में पीडि़तों से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान जनता रोड के चकहरेटी गांव में आसनवाली निवासी राजपूत प्रदीप चौहान को गोली मार दी गई। उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
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उधर डीआइजी जेके शाही ने बताया कि अब तक 8 मुकदमे दर्ज कर 25 उपद्रवियों को जेल भेजा गया है। एडीजी एलओ आदित्य मिश्रा ने बताया कि पूरे घटनाक्रम पर नजर रखी जा रही है। जिले को तीन जोन व 43 सेक्टर में बांटकर फोर्स के साथ मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर दी गई है। सुबह साढ़े छह बजे ही आशीष का उसके गांव में अंतिम संस्कार करवा दिया गया। गृह सचिव एनपी मिश्रा ने आशीष के परिजनों को शासन की तरफसे 15 लाख रुपये का चेक सौंपा। घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की गई है। शासन को खुफिया ïिवभाग ने जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें उपद्रव के लिए गैर जनपदों के युवकों को दोषी बताया है। वहीं, शब्बीरपुर के ठाकुर समाज की महिलाओं की तहरीर पर बडग़ांव पुलिस ने अभी मुकदमा नहीं लिखा है। शहर से लेकर देहात तक चप्पे-चप्पे पर फोर्स मुस्तैद कर दी गई है। वीडियो फुटेज के आधार पर अभी और मुकदमे दर्ज होंगे। दंगाइयों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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