तीन ठेकेदारों पर धोखाधड़ी के पांच मुकदमे
सहारनपुर : नगर निगम की प्रमुख आय का जरिया वार्षिक ठेकों की नीलामी से हुई आय में भारी धांधली का राजफा
सहारनपुर : नगर निगम की प्रमुख आय का जरिया वार्षिक ठेकों की नीलामी से हुई आय में भारी धांधली का राजफाश हुआ है। अधूरे दस्तावेजों के आधार पर छोड़े गए ठेकों के पकड़ में आने के बाद हड़कंप मच गया था। उपनगरायुक्त की तरफ से तीन ठेकेदारों पर थाना कुतुबशेर में पांच मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। पुलिस ने धोखाधड़ी के इन मुकदमों की जांच शुरू कर दी है।
दरअसल, वर्ष 2016 में तत्कालिक नगर आयुक्त डा. नीरज शुक्ला के कार्यकाल के दौरान निगम के जीपीओ रोड स्थित पार्किंग ठेका व दिल्ली बस अड्डा के निकट भू-उपयोग के ठेकेदार आरिफ, गंगोह अड्डे पर थ्रीव्हीलर पार्किंग में ठेकेदार उमर फारुख तथा कमेला पशु मंडी व चकरोता रोड स्थित निगम बारात घर के ठेकेदार असलम द्वारा वार्षिक ठेकों की नीलामी में ठेका लिया था। उस समय ठेके की शर्तो में कुल धनराशि तीन किश्तों में तीन माह से पूर्व जमा करने का प्रावधान रखा गया था, मगर निगम अधिकारियों की मिली भगत से अधिकांश ठेके कागजी कार्रवाई पूरी कराए बिना चल रहे थे। नगर आयुक्त ओपी वर्मा ने जांच पड़ताल में जब ये झोल पकड़ा तो आनन-फानन में तीनों ठेकेदारों ने चेक दिए, जो खाते में लगते ही बाउंस हो गए। इंस्पेक्टर कुतुबशेर ने बताया कि उपनगरायुक्त अरुण कुमार तहरीर पर उमर फारुख पर एक व असलम व आरिफ पर दो-दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
इन ठेकों के चेक बाउंस
- पशु मंडी -- 10.62 लाख
- जीपीओ रोड पार्किंग -- 5.75 लाख
- अंबाला रोड स्टैंड भू उपयोग 6.25 लाख।
- अंबाला रोड थ्रीव्हीलर स्टैंड 10 लाख।
- निगम बरातघर 1.6 लाख के अलावा कई अन्य ठेकों की धनराशि के चेक बाउंस होने की जानकारी मिली है।