अटका है स्पोर्ट्स कालेज का निर्माण
सहारनपुर :पांच साल पहले मंडल होने के नाते सहारनपुर में स्पोर्ट्स कालेज की आधारशिला रखी गई, लेकिन तभ
सहारनपुर :पांच साल पहले मंडल होने के नाते सहारनपुर में स्पोर्ट्स कालेज की आधारशिला रखी गई, लेकिन तभी से इसका नाता विवादों से जुड़ गया। बरसात का मौसम आने पर पता चला कि इसके लिए चिह्नित जमीन नदी में है। यहां तक पहुंचने के लिए रास्ता बनाया गया। इसके लिए आवंटित धनराशि में बंदरबांट के भी आरोप लगे। बाद में इसका निर्माण वन विभाग से अनुमति लिए बिना पेड़ कटान को लेकर रोक दिया गया। मामला शासन में गया और उसकी जटाओं में उलझकर रह गया। इसके चलते इसके निर्माण को आवंटित धनराशि को सैफई ट्रांसफर कर दिया गया।
मायावती शासनकाल में सन 2011 में बेहट के मिर्जापुर क्षेत्र में स्पोर्ट्स कालेज का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। इसके लिए 80 करोड़ का बजट तय हुआ था। कालेज निर्माण के जो जमीन चिह्नित की गई थी, वह नदी में थी। फिर सब कुछ मैनेज कर आनन-फानन में निर्माण शुरू कराया गया तो यहां पहुंचने के लिए मार्ग नहीं मिला। ऐसे में पहले मार्ग बनवाया गया, जिसमें करोड़ों की धांधली के आरोप लगे। वन विभाग से बिना अनुमति लिए पेड़ कटवाने के आरोप पर मामला शासन को रेफर हो गया। इसके बाद यह ठंडे बस्ते में चला गया। इधर, इटावा के सैफई स्थित स्पोर्ट्स कालेज को स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाने का निर्णय हो गया। विभागीय सूत्रों के अनुसार, ऐसे में सहारनपुर स्पोर्ट्स कालेज को मिलने वाला बजट सैफई ट्रांसफर कर दिया गया।
चार साल से बंद है निर्माण
स्पोर्ट्स कालेज के निर्माण के लिए 80 करोड़ के बजट में से 20 करोड़ रुपये आवंटित किए जा चुके हैं। बावजूद इसके कालेज का निर्माण कार्य दोबारा शुरू नहीं हो सका। अब निर्माण पूरा करने में वर्तमान लागत करीब 150 करोड़ रुपये आएगा।
कई बार मिले आश्वासन
समय-सयम पर जनप्रतिनिधियों से लेकर आला अधिकारियों तक ने स्पोर्ट्स कालेज की भूमि का निरीक्षण किया और काम दोबारा शुरू कराने का आश्वासन दिया, लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ। करीब आठ माह पूर्व युवा कल्याण राज्यमंत्री रामसकल गुर्जर ने भी बाधाओं को दूरकर जल्द इसका निर्माण शुरू कराने का दावा किया था, लेकिन तक उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया।
इनका कहना है..
स्पोर्ट्स कालेज निर्माण का मसला शासन में लंबित है। चार वर्ष से इसका निर्माण रुका हुआ है। नया प्रस्ताव तैयार करने की योजना है, जिसके करीब डेढ़ सौ करोड़ के होने की संभावना है। बजट आवंटित होने के बाद ही कालेज निर्माण संभव हो पाएगा।
- अजय सेठी, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी