डाक कांवड़: वाहनों पर सवार हो निकले कांवड़िये
सहारनपुर :शिवरात्रि पर्व के नजदीक आने के साथ ही जिलेभर में डाक कांवड़ की धूम शुरू हो चुकी है। वाहनों
सहारनपुर :शिवरात्रि पर्व के नजदीक आने के साथ ही जिलेभर में डाक कांवड़ की धूम शुरू हो चुकी है। वाहनों पर सवार कांवडि़यों के निराले अंदाज देखने के लिए मार्गो पर बड़ी श्रद्धालु उमड़ रहे है। पैदल कांवड़ियों के पैरों में छाले हैं, लेकिन मुख में शिव का नाम उनकी अगाध आस्था का प्रतीक है।
शनिवार से डाक कांवड़ मेला शुरू हो गया। बड़ी संख्या में भोले के भक्त भारी संख्या में वाहनों पर सवार होकर हरिद्वार और यमुनानगर की ओर दौड़ते नजर आए। भारी संख्या में शिव भक्तों की आमद से पूरा कांवड़ मार्ग तीर्थ स्थल बन गया है। हरियाणा, पंजाब से कांवड़िये मिनी ट्रकों, छोटे-बड़े और दुपाहिया वाहनों पर सवार होकर हरिद्वार की ओर बढ़े चले जा रहे हैं। ट्रकों पर बज रहे डीजे से कांवड़ मार्ग गुंजाएमान हो रहा है। सड़कों के किनारे लोग भोले के भक्तों की लीला को देखने के लिए जमा हो रहे हैं। रात को कांवड़ मार्ग की दशा किसी उत्सव सरीखी हो जाती है। दूर तक रोशनी में नहाए कांवड़ सेवा शिविर तथा मस्त होकर डीजे की धुन पर नृत्य कर रहे कांवड़ियों को देखने के लिए गांव के गांव पहुंच रहे हैं। महिलाएं और बच्चे सभी इस मेले को देखने पहुंच रहे हैं। देर रात तक शिविरों में श्रद्धा का आलम रहता है। डाक कांवड़ शुरू होने से कांवड़ मार्ग पर कांवड़ियों का रेला ही दिखाई दे रहा है। बड़ी कांवड़ जहां आकर्षण का केन्द्र रही वहीं मुखौटा लगाए कांवडियों का उत्साह देखते ही बनता है। बारिश के सुहाने मौसम में आग बढ़ते कांवडिये और शिविरों में भव्य झांकियां देखने के लिए लोग उमड़ रहे है।
कांवड़ियों की सेवा, भोले की सेवा
सहारनपुर: अंबाला रोड़ स्थित मेला
गुघाल पुल पर अखिल भारतीय कश्यप नवयुवक समिति द्वारा कांवड़ शिविर लगाया गया। प्रदेश उपाध्यक्ष श्याम मोहन कश्यप ने कहा कि शिव भक्तों की सेवा करने से अपार पुण्य मिलता है। विजय ¨सह, ग्रेसी कश्यप, प्रेमांश कश्यप, सिमरन, नमन, आयुष, रोहित, केशव, मान्या, अनुमा, काशीराम, पवन कश्यप, सीताराम कश्यप आदि ने शिवभक्त कांवडियों को फलों का वितरण किया।
श्रावण मास में मिल रहा कलाकारों को रोजगार
-आकर्षक का केंद्र बन रही झांकी
सहारनपुर : श्रावण मास शिव के भक्तों के लिए खास होता है। भोलेबाबा को प्रसन्न करने के लिए अनेक कठिनाईयों का सामना करते है। श्रद्धालुओं में विशाल कांवड़ व आकर्षक झांकी को लेकर होड़ मची हुई है जिससे कलाकारों को रोजगार तो मिल रहा है, साथ ही वे अपनी कला को ओर निखार रहे है। ज्यादातर श्रद्धालु अपनी कांवड़ व झांकी की शोभा बढ़ाने के लिए स्टेज कलाकारों का सहारा ले रहे है। डीजे के साथ नृत्य कर स्टेज कलाकार श्रद्धालुओं के लिए आकर्षक का केंद्र बने हुए है। भगवान भोले व पार्वती के रुप में प्रस्तुति देकर कलाकार श्रद्धालुओं का मन मोह रहे है। श्रावण मास में प्रत्येक स्थान पर बम बम भोले के जयकारों से वातावरण तो भक्तिमय रहता है। कांवड़ शिविर में स्टेज कलाकार मनमोहक प्रस्तुति से श्रद्धालुओं के मन में प्रेम भक्ति को ओर उजागर करने का प्रयास करते है। कन्हैया आर्ट ग्रुप से मागेश ने बताया कि जनपद में 15 से 17 आर्ट ग्रुप है। प्रत्येक ग्रुप में चार से 12 कलाकार होते है जो अपनी प्रतिभा के दम पर कार्यक्रम में मन को मोह लेने वाली प्रस्तुति देते है। सावन मास में स्टेज कलाकारों को रोजगार मिलना का मतलब है कि उन्हें अपनी कला का प्रदर्शन करने का सुनहरा मौका मिल रहा है जिससे उन्हें रोजगार मिल रहा है। कलाकार अर्जुन ने बताया कि इन दिनों प्रत्येक कलाकार 2 से 3 कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति दे रहे है। प्रत्येक कार्यक्रम के 500 से लेकर 2000 रुपये तक प्रतिदिन भुगतान हो जाता है।