श्रीकृष्ण-सुदामा प्रसंग से किया भाव-विभोर
सहारनपुर : कथा व्यास आचार्य अजय किरण ने कहा कि श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता का अनूठा उदाहरण संसार
सहारनपुर : कथा व्यास आचार्य अजय किरण ने कहा कि श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता का अनूठा उदाहरण संसार के किसी भाग में नहीं मिलता। मित्रता के अनूठे भाव के प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए।
श्री माहेश्वरी पंचायती मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के विश्राम के अवसर पर आचार्य अजय किरण ने कहा कि भगवान ने श्रीकृष्ण अवतार में लगातार असुरों का संहार और सामान्य जन के प्रति मधुर व्यवहार के उच्च आदर्श स्थापित किए, जिसका संसार में सबसे बड़ा उदाहरण श्रीकृष्ण-सुदामा मिलन से प्रगट होता है। द्वारिकाधीश होते हुए भगवान श्रीकृष्ण अपने मित्र सुदामा के आगमन का समाचार सुनकर दौड़ते हुए द्वार पर पहुंचे और सुदामा को स्नेह और सम्मान के साथ ¨सहासन पर बैठाया और स्वयं सुदामा के चरणों को धोया। बाद में भंडारे में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। अध्यक्ष कृष्ण गोपाल माहेश्वरी, मंत्री राहुल माहेश्वरी, जयप्रकाश, बृजमोहन,बसंत,केदारनाथ, महेश, अशोक सुरजन, कृष्ण गोपाल भट्टर, रंजना, वीणा, उषा, आभा, राधा, निर्मल, मंजू, सविता व सुधा उपस्थित रहे।
नि:शक्त जनों की सेवा ही भागवत का संदेश : राधिका
कथाव्यास देवी कृष्ण प्रिया राधिका ने कहा कि निश:क्तजनों की सेवा ही भागवत का मूल संदेश है। श्रीरामकृष्ण सेवाश्रम एवं श्री रामकृष्ण विवेकानंद संस्थान के तत्वावधान में श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के विश्राम पर पूर्णाहुति भंडारे के अवसर पर प्रवचन करते हुए प्रिया राधिका ने कहा कि श्रीकृष्ण ही गोपाल हैं अर्थात गौमाता को पालने वाले हैं। गौमाता के शरीर सौ प्रतिशत प्राणवायु हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं को कन्या भ्रूण हत्या न करने का संकल्प दिलवाया। बाद में गरीबों को सिलाई मशीन व वस्त्र वितरित किए गए। भंडारे में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। चिदानंद स्वामी, स्वामी कालेन्द्रानंद, रामानंद, संजय सैनी, सुरेन्द्र अग्रवाल, मुकेश मित्तल, संजू खुल्लर, रमेश शर्मा व संगीता मौजूद रहीं।