हंगरी के प्रख्यात काच्चू ग्रुप की प्रस्तुतियां सराही
सहारनपुर : 'स्पिक मैके' सहारनपुर चेप्टर के तत्वावधान में विश्व विरासत श्रृंखला समूह के अंर्तगत हंगरी
सहारनपुर : 'स्पिक मैके' सहारनपुर चेप्टर के तत्वावधान में विश्व विरासत श्रृंखला समूह के अंर्तगत हंगरी के प्रख्यात काच्चू ग्रुप के सदस्यों ने शानदार कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
ज्ञान कलश इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य डीएम रावत ने किया तथा छात्रों ने हंगरी के ग्रुप का स्वागत किया। दल के प्रमुख आकेश टारनोक ने हंगरी के परंपरागत लोक संगीत की जानकारी दी। साथ ही विभिन्न उत्सवों पर बजाए जाने वाले संगीत एवं उसमें प्रयुक्त होने वाले वाद्य यंत्रों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्य लोकगीत फसल कटने, जन्मदिन व नये साल पर गाये जाते हैं, जिन पर पारंपरिक पोशाकों में लोग नृत्य करते हैं। ग्रुप की एक के बाद एक प्रस्तुति तथा मन को लुभाने वाले संगीत से बच्चे झूम उठे। टिबोर लेंडवाई ने ग्रार्डोन यंत्र बजाया, जो कि सेलो शेप तारों वाला यंत्र है। आकेश टरनोक ने मोलडेवियन नामक ड्रम बजाकर लोकगीत प्रस्तुत हुए समां बांध दिया। लेजोस ने बैगपाइपर यंत्र, अरपद होरवध उनका साथ हरडी-गरडी वाद्ययंत्र के साथ दे रहे थे। नोरबर्ट नागी डबल बांस पर धुन बजा रहे थे। इस दौरान बच्चों ने विभिन्न प्रकार के वाद्य यंत्रों के बारे में जानकारी हासिल की तथा विश्व की लोक संगीत एवं नृत्य संस्कृति की विरासत को जाना। इस दौरान समन्वयक शैफाली मल्होत्रा, अनुराग सेठ, मौ. अली, डा. वाईके गुप्ता व रवि सिंघल आदि उपस्थित रहे।