जमीं से शिखर की ओर बढ़ते पूनम के कदम
सहारनपुर : अपनी पहचान खुद बनाने की धुन हर किसी में नहीं होती। कुछ एक लोग ही मजबूती से अपने कदम आगे
सहारनपुर : अपनी पहचान खुद बनाने की धुन हर किसी में नहीं होती। कुछ एक लोग ही मजबूती से अपने कदम आगे बढ़ाते हैं। बीमा एजेंट के रूप में बिजनेस की शुरुआत करने वाली पूनम रानी ने अपना मुकाम खुद बनाया है। जमी से शिखर की ओर बढ़ते पूनम के कदम बिजनेस वूमैन सरीखे हैं।
कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता, केवल उसे करने का बड़ा हौसला होना चाहिए। घर-परिवार की जिम्मेदारी के साथ-साथ पूनम रानी ने बीमा एजेंट के रूप में बिजनेस की शुरुआत की। प्रारंभिक दौर में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन मजबूत शुरुआत के साथ आगे बढ़े उनके कदम पीछे नहीं हटे। घर और प्रतिष्ठानों पर जाकर लोगों को बीमा के फायदे गिनाना और उन्हें प्रेरित करना आसान नहीं है। क्षेत्र में पुरुषों से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा के दौर में पूनम ने अपने लिए गत 15 वर्षो में वह मुकाम हासिल कर लिया, जो चुनिंदा एजेंटों को ही हासिल होता है।
आगरा, बरेली व देहरादून में हुई सेमीनार में उन्होंने भागीदारी की। एलआईसी चेयरमैन क्लब की सदस्य का पद हासिल किया। मुख्य बीमा सलाहकार के रूप में कई सेमीनार में पूनम ने एजेंटों को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी भी पूरी की। कंपनी की ओर से नए एजेंटों की भर्ती आदि भी अहम् भूमिका निभाई। पूनम बताती हैं कि वह रोटरी क्लब व इनरव्हील क्लब में कई वर्षो तक रहीं और समाज सेवा के कार्यो में बढ़चढ़ कर भागीदारी की। परिवार और काम में तालमेल बैठाने के सवाल पर पूनम का कहना था शुरुआती दौर में जब बच्चे छोटे थे, तो उन्हें कुछ परेशानी जरूर हुई। पति संजय अरोड़ा के सहयोग की बदौलत वह आज इस मुकाम तक पहुंची हैं। इसके अलावा वह डाकघर की आरडी एजेंट का काम भी जिम्मेदारी से निभा रही हैं। बड़ा बेटा आशु अरोड़ा 11वीं तथा छोटा देव अरोड़ा 7वीं में पढ़ रहा है। काम से समय निकलने पर वह ब्यूटी प्रोडक्ट का कारोबार भी घर से ही चला रही हैं। अपने काम के प्रति उन्होंने संतुष्टि जाहिर की। साथ ही बताया कि वह बीमा एजेंट के रूप में शिखर छूना चाहती हैं।