फतेहपुर कलां में 20 बीघा जमीन से काटे आम के पेड़
देवबंद (सहारनपुर) : वन एवं पुलिस विभाग की मिलीभगत से क्षेत्र में आम के बागान का कटान धड़ल्ले से चल रहा है। सूखा पेड़ दर्शाकर पांच पेड़ काटने की अनुमति की आड़ में गांव फतेहपुर में 20 बीघा आम के हरे भरे पेड़ वन माफियाओं ने काट डाले।
फलों का राजा आम भारत को पूरी दुनिया में एक अलग पहचान दिलाए हुए है। लेकिन वन विभाग, पुलिस विभाग और वनतस्करों की मिलीभगत के चलते देवबंद क्षेत्र में इन आम के हरे भरे पेड़ों पर जमकर आरा चलाया जा रहा है। शुक्रवार को क्षेत्र के गांव फतेहपुर कलां निवासी एक ग्रामीण ने वन विभाग और पुलिस से मिलीभगत कर अपनी 20 बीघा आम की फसल कटवा डाली। हैरत की बात तो यह है कि सूचना मिलने के बाद भी कोतवाली पुलिस और वन विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। मामला मीडिया में आने पर देर शाम आनन फान में गांव पहुंचे वन विभाग और पुलिस कर्मियों को देख बाग काट रहे लोग मौके से फरार हो गए। बताया जाता है कि उक्त ग्रामीण द्वारा बाग में पांच पेड़ सूखे दर्शाकर पूरा आम का बाग ही कटवा दिया गया। ज्ञात रहे कि इससे पूर्व भी तल्हेड़ी बुजुर्ग में पुलिस की मिलीभगत से एक आम के बाग को काट वहां कालोनी बना दी गई थी। इस मामले को भी पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों ने ले दे कर निपटा दिया था। घटना के संबध में प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि आरोपी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया कर कड़ी कार्रवाही अमल में ला जाएगी। वहीं बाग स्वामी गुलफाम का कहना है आम के पेड़ अवैध रूप से नहीं काटे गए है। वन विभाग से पेड़ काटने की अनुमति ली गई थी। एसडीएम राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर आरोपी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाही होगी।