भूख से बेहाल छात्राओं की सीडीओ से गुहार
सहारनपुर: 'बेटी पढ़ेगी आगे बढ़ेगी' का स्लोगन यहां भाषण व रैलियों तक ही सीमित होकर रह गया है। भीषण गर्मी में भूख से बिलबिलाई छात्राओं ने कालेज द्वारा की गई अवैध वसूली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। डीआईओएस कार्यालय व कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के न मिलने पर विकास भवन पहुंचक र सीडीओ मोनिका रानी से न्याय की गुहार लगाई। मामले को गंभीर मानते हुए उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों की चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है।
इस बार कई माध्यमिक स्कूलों ने फीस वसूली के मामले में शिक्षा विभाग के आदेशों का जमकर मखौल उड़ाया है। सरसावा के दिगंबर जैन कन्या इंटर कालेज ने शिक्षा अधिकार अधिनियम के प्रावधानों को ताक पर रख डाला। कालेज की दो दर्जन से अधिक छात्राएं अभिभावकों के साथ डीआईओएस आफिस पर नारेबाजी का प्रदर्शन किया। आरोप था कि कालेज प्रधानाचार्या द्वारा कक्षा 6-8 में प्रवेश के लिए 1150 रुपये वसूले गए। कक्षा 9-10 में 1420 तथा कक्षा 11-12 में 1700 रुपये फीस के मद में लिए गए। कई अभिभावकों ने फीस का इंतजाम न होने पर बच्चों को घर बैठा लिया है। प्रधानाचार्या द्वारा नि:शुल्क ड्रेस वितरण में धांधली बरती गई। ड्रेस के नाम पर केवल कुर्ता ही दिया गया। डीआईओएस के न मिलने पर छात्राएं कलेक्ट्रेट पहुंची लेकिन यहां भी निराशा ही हाथ लगी। दोपहर बाद विकास भवन पहुंचकर सीडीओ मोनिका रानी से मिलकर छात्राओं ने परिजनों के साथ गुहार लगाई। सीडीओ ने उनकी शिकायत को गंभीरता से सुनने बाद उन्हें आश्वास्त किया कि उनके साथ किसी भी दशा में अन्याय नही होने दिया जायेगा। सीडीओ ने बताया कि मामले की जांच के लिए उनके द्वारा शिक्षा विभाग की चार सदस्यीय कमेटी बना दी है। यह कमेटी पूरे मामले की जांचकर अपनी रिपोर्ट सौपेंगी।
इनका कहना है-
-सीडीओ मोनिका रानी का कहना था कि छात्राओं की शिकायत गंभीर थी। इसकी जांच के लिए उन्होंने शिक्षा विभाग की चार सदस्यीय कमेटी गठित की है। यह कमेटी पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट सौपेंगी।
-दिगंबर जैन कन्या इंटर कालेज की प्रधानाचार्या दया भारद्वाज ने स्वीकार किया कि कक्षा 6-8 की छात्राओं से पीटीए(शिक्षक अभिभावक संघ) फीस के मद में 1150 रुपये लिए गए है। कालेज में केवल दो स्थाई अध्यापिकाएं है। पीटीए में ली जाने वाली फीस से ही कालेज में अध्यापिकाओं को रखा जाता है ताकि पढ़ाई सुचारू रखी जा सके।