'सत्ता मिलने के बाद हर कोई निरंकुश'
सहारनपुर : पुस्तक मेले में अदाकार ग्रुप द्वारा नाटक 'सिंहासन खाली है' का प्रभावी मंचन किया गया। संदेश था कि राजा हो या कोई सत्तानशीन, हर कोई सत्ता मिलने के बाद निरंकुश हो जाता है और सिंहासन के लिए सुपात्र खोजने की जद्दोजहद हमेशा जारी रहती है।
गांधी पार्क में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, सृजन प्रकाशन व नगर निगम द्वारा आयोजित सहारनपुर पुस्तक मेले में अदाकार ग्रुप द्वारा जावेद खान सरोहा के निर्देशन में सुशील कुमार सिंह द्वारा लिखित नाटक 'सिंहासन खाली है' का प्रभावशाली मंचन किया गया। बताया गया कि कोई भी काल हो केवल परिवेश बदलते है स्थितियां-परिस्थितियां कमोवेश जस की तस रहती है। संजना ढलक और नाजमी ने जनता रूप को दर्शाते हुए महिला प्रथम व द्वितीय की प्रभावशाली भूमिका की। सुंदर महिला के रूप में जसलीन कौर, पति प्रथम की भूमिका में अंकुश जोशी तथा पति दो की भूमिका में सोहनदेव ने अभिनय से दर्शकों पर प्रभाव छोड़ा। माजिद खान, राहुल त्रिपाठी, समर खान, केन्द्रीय पात्र नेता व राजा की भूमिका में रंगकर्मी संदीप शर्मा ने अभिनय की विविधता को नए आयाम दिए। सूत्रधार की भूमिका में विक्रांत जैन ने दर्शकों के मन को छू लिया। संगीत निर्देशन इकबाल साबरी ने दिया। बैक स्टेज में शान सिद्दीकी, अशोक वर्मा, आनंद सौदाई, कोमल टंडन, राजेश गुप्ता, किंजल डोगरा ने योगदान किया। नगर मजिस्ट्रेट कुंज बिहारी अग्रवाल ने कलाकारों के अभिनय को सराहा। अखिलेश प्रभाकर तथा शीतल टंडन ने भी अपने विचार रखे। संयोजक अरिमर्दन सिंह गौर ने सभी का आभार जताया। हर्ष प्रभाकर, असलम, अवनीत कौर, सीमा शर्मा, सत्या शर्मा, राजीव उपाध्याय, राकेश शर्मा, रविन्द्र तेजान, सिमरन सिंह, विजयपाल, शाहिद कबीर, प्रशांत राजन, योगेश पंवार, नीलम अग्रवाल, अजय सिंघल, सुशांत सिंघल, आदित्य, प्रतीक मणि त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।