बातिनी इबादत को बेहद पसंद फरमाता है अल्लाह
रामपुर: सोमवार की रात कई मस्जिदों में कुरान शरीफ मुकम्मल हो गया। उलमा ए किराम ने कुरान और रमजान की फ
रामपुर: सोमवार की रात कई मस्जिदों में कुरान शरीफ मुकम्मल हो गया। उलमा ए किराम ने कुरान और रमजान की फजीलत बयान की। साथ ही हुफ्फाज ए किराम को फूल मालाएं पहनाकर सम्मानित किया गया। घेर उस्मान खां मस्जिद में नमाज ए तरावीह में हाफिज अहतेशाम उल्लाह खां ने कुरान शरीफ की तिलावत की, जबकि समाअत के फराइज हाफिज हसीन खां ने अंजाम दिए। शहर इमाम मुफ्ती महबूब अली ने रमजान और कुरान की फजीलत पर रोशनी डाली। कहा कि अल्लाह कुरआन शरीफ में इरशाद फरमाता है कि ऐ ईमान वालो तुम पर रोजे रखना
फर्ज किए गए हैं जैसे तुमसे पहले की उम्मतों पर फर्ज किए गए थे, ताकि तुम
में तकवे की सिफत पैदा हो। माह ए रमजान में अल्लाह के हुक्म के सामने
रोजेदार अपनी तमाम ख्वाहिशात को दबाता है। हदीस
में है कि कितने ही ऐसे रोजेदार हैं जो रोजे में बुरी बातों और बुरे कामों
से नहीं बचते, जिसकी वजह से उनके रोजे का हासिल भूख प्यास के सिवा कुछ भी
नहीं होता। रोजा बातिनी इबादत है, क्योंकि जब तक हम किसी पर जाहिर नहीं
करते किसी को यह इल्म नहीं हो सकता कि हमारा रोजा है। अल्लाह बातिनी इबादत
को बेहद पसंद फरमाता है। बाद में दुआ कराई गई। इस मौके पर डॉ. शायरउल्लाह खां वजीही, मकारिमउल्लाह खां, ऐजाज खां, मौलाना फैजान खां आदि मौजूद रहे। उधर, ग्राम लालू नगला की कादरी जामा मस्जिद में हाफिज मौलाना वसी अहमद फुरकानी ने कुरान शरीफ की तिलावत की। साथ ही शीरनी तकसीम की गई। मौलाना वसी अहमद फुरकानी ने तकरीर करते हुए कहा कि रोजे में जब इंसान भूख की वजह से परेशानियां बर्दाश्त करता है तो उसके दिल में गरीबों और भूखों के लिए हमदर्दी व भलाई का जज्बा पैदा होता है। इस मुबारक महीने में ज्यादा से ज्यादा गरीबों और यतीमों की मदद करें। कहा हाफिजों का खुदा के यहां बहुत बड़ा मर्तबा है। सभी लोगों को उलमा, हाफिज और मस्जिद के इमामों की कद्र करनी चाहिए। बाद शीरनी तकसीम की गई। इस मौके पर ग्राम प्रधान जुल्फिकार अली, यासीन अली, यामीन अली, इसरार अहमद, हाफिज फिदा अली, हाफिज सज्जाद अली, फसाहत अली, डॉ. शहादत, तस्लीम, अजहर पाशा, सलमान पाशा, मजहर पाशा, असरार हुसैन, राशिद, नाजिर, तौसीफ, ताहिर मास्टर आदि मौजूद रहे। ग्राम बगी की मस्जिद ए नूरानी में हाफिज मोहम्मद अफजाल ने कुरान शरीफ सुनाया और हाफिज मोहम्मद नाजिम ने सुना। कारी बाबू ने हुजूर की शान में नात ए पाक पेश की। मौलाना साजिद ने कुरान की फजीलत बयान की। साथ ही मुल्क और कौम के लिए दुआ कराई। इस मौके पर मोहम्मद वली खां, डॉ. लाल मोहम्मद, हाजी मोहम्मद हनीफ, हारून खां, मुराद खां, दानिश, बाकर खां, जुबेर खां आदि मौजूद रहे। ग्राम नवादा की मस्जिद में हाफिज फैसल ने कुरान की तिलावत की और हाफिज इरफान ने समाअत की। मौलाना शादाब कदीरी ने रमजान की फजीलत बयान की। इस मौके पर मौलाना तौकीर, हारून मियां, आसिम, नावेद, साजिद, नूर मियां, इकबाल, इकरार हुसैन आदि मौजूद रहे।