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मदरसों का मकसद अल्लाह का पैगाम पहुंचाना है : मौलाना

रामपुर: मौलाना याहया ने कहा कि कुरान में मदरसों की बुनियादी तालीम कुरान व सुन्नत है। मदरसों में अल्ल

By Edited By: Published: Sun, 22 May 2016 10:24 PM (IST)Updated: Sun, 22 May 2016 10:24 PM (IST)
मदरसों का मकसद अल्लाह का पैगाम पहुंचाना है : मौलाना

रामपुर: मौलाना याहया ने कहा कि कुरान में मदरसों की बुनियादी तालीम कुरान व सुन्नत है। मदरसों में अल्लाह और उसके रसूल की बातें सिखाई जाती हैं। वह मदरसा फैजुल उलूम में सालाना जलसे को खिताब कर रहे थे।

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जलसे का आगाज कारी अब्दुर्रहमान ने तिलावत ए कलाम पाक से किया। इसके बाद सनव्वर ने नाते नबी पेश की। मौलाना ने कहा कि तलबा को दिल लगाकर तालीम हासिल करनी चाहिए। दीन की खिदमत का जज्बा दिल में होना चाहिए तभी कामयाबी आपके कदम चूमेगी। कहा कि तमाम मदारिस का मकसद अल्लाह का पैगाम पहुंचाना है। लोगों को दीन की तरफ रागिब करना है। जौहर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने कहा कि इस दौर में तालीम का हासिल करना बहुत ही जरूरी है। मदरसा फैजुल उलूम एक बहुत बड़ा इदारा है, जो अपने आप में एक यूनिवर्सिटी की अहमियत रखता है। मदरसा दीनी इदारे के साथ साथ अदबी दानिश गाह है। उन्होंने तलबा से कहा कि ज्यादा से ज्यादा तालीम की तरफ ध्यान दें। अपने अंदर इख्लास पैदा करें। बाद में तलबा को सार्टिफिकेट और इनाम देकर सम्मानित किया गया। मदरसे के नाजिम ए आला मौलाना असलम जावेद कासमी ने सभी का शुक्रिया अदा किया। जलसे का इख्तेताम दुआ के साथ हुआ। इस मौके पर मदरसे का समस्त स्टाफ व तलबा मौजूद रहे।


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