शादी के तेइस साल बाद ली स्नातक की डिग्री
घरेलू महिलाओं के लिए मिसाल बनी प्रेमा भास्कर ¨सह, रामपुर : सिविल लाइंस क्षेत्र की रामनाथ कालोनी मे
घरेलू महिलाओं के लिए मिसाल बनी प्रेमा
भास्कर ¨सह, रामपुर : सिविल लाइंस क्षेत्र की रामनाथ कालोनी में रहने वाली प्रेमा बजेठा ने घरेलू महिलाओं के लिए मिसाल कायम कर दी है। शादी के 23 साल बाद स्नातक की डिग्री हासिल कर साबित कर दिया कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती है। बस जज्बा होना चाहिए। पढ़ाई के प्रति उनका यह लगाव सिर्फ यहीं खत्म नहीं हुआ है। अब उनका लक्ष्य परास्नातक की परीक्षा पास करना है। पढ़ाई के प्रति उनकी यह लगन घरेलू महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं। मूल रूप से उत्तराखंड के रानीखेत में एक छोटे से गांव बगवाली पोखर की रहने वाली प्रेमा 1992 में शादी करके यहां आई थीं। तब उनकी उम्र महज बीस साल थी। उनकी शादी देवेंद्र ¨सह बजेठा से हुई। शादी से पहले उन्होंने इंटर तक की शिक्षा प्राप्त की थी। मन के किसी कोने में स्नातक की डिग्री लेने की प्रबल इच्छा थी, लेकिन गृहस्थी संभालने में वह ऐसी उलझीं कि आगे की पढ़ाई जारी नहीं रख सकीं। बाद में दो बच्चे भी हुए। एक बेटी सुनिधि और बेटा सौरभ। बच्चों की बेहतर परवरिश में समय गुजरता रहा, लेकिन स्नातक करने की इच्छा मन के किसी कोने में दबी रही। यह इच्छा तब पूरी हुई, जब उनकी बेटी ने 12वीं के बाद पॉलीटेक्निक का कोर्स कर लिया और रूद्रपुर की एक निजी कंपनी में जॉब करने लगी। इसके बाद उन्होंने प्राइवेट स्नातक की पढ़ाई शुरू की और इसी साल बीए फाइनल का एग्जाम दिया और पास हो गईं। अपने ²ढ़ संकल्प से स्नातक की डिग्री हासिल कर ली। संयोग रहा कि उनकी बेटी भी स्नातक की परीक्षा में साथ बैठी। बेटी ने स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा दी। वर्तमान में प्रेमा एक निजी स्कूल में बच्चों को पढ़ा रही हैं और अब उनका लक्ष्य परास्नातक की डिग्री हासिल करने का है। वह बताती हैं कि पढ़ाई जारी रखने के लिए पति का बेहद सपोर्ट मिला है।