लगातार बारिश से गेहूं की फसल चौपट
रामपुर । तीन दिन से लगातार हो रही बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। गेहूं की अधिकतर फसल तेज हवा और
रामपुर । तीन दिन से लगातार हो रही बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। गेहूं की अधिकतर फसल तेज हवा और बारिश से गिर गई है। अब फसल में जलभराव भी हो गया है। जलभराव के कारण फसल के सड़ने का खतरा सताने लगा है। फसलों में करीब तीस फीसदी नुकसान है। बारिश से तापमान भी गिरा है। जिले में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री तक पहुंच गया।
बेमौसम बारिश ने किसानों की गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया है। फसल तैयार करने के लिए किसान करीब पांच माह से मेहनत कर रहे थे। खेत को तैयार करना और बुवाई करना, खाद डालना और सिंचाई करना। फसल को बीमारियों से बचाने के लिए कीटनाशक का इस्तेमाल भी किया। किसान पर पैसा हो या न हो, लेकिन फसल में कहीं से लाकर जरूर लगाया जाता है। किसान फसल के लिए बैंकों से भी लोन लेते हैं। अब गेहूं की फसल तैयार हो चुकी थी। फसल में बाली निकल रही थी, जिसे देखकर किसान खुशहाल थे, लेकिन पांच दिन पहले रात को अचानक बारिश आ होने लगी। तेज आंधी के साथ ओले भी पड़े, जिससे खेतों में लहलहा रही फसल बिछ गई। किसानों को काफी नुकसान हुआ था।
पहली बारिश में कृषि विभाग 20 प्रतिशत तक नुकसान मान रहा था, लेकिन तीन दिन से फिर लगातार बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश से फसल को और भी नुकसान हुआ है। बारिश और तेज हवा से और फसल भी गिर गई। पहली बारिश में जो फसल बच गई थी, वह अब गिर गई है। बारिश से गेहूं की गिरी फसल में जलभराव भी होने लगा है। पानी भरने से फसल सड़ सकती है। किसान फसल की दुर्दशा देख बेचैन हैं। उन्हें चिंता सताने लगी है। फसल खराब होने से छह माह परिवार कैसे चलायेंगे। परिवार के लिए अन्न की व्यवस्था कैसे कर पायेंगे। अनाज से जहां परिवार के खाने का सहारा होता है, वहीं उसे बेचकर और भी जरूरी काम किए जाते हैं।
बिलासपुर : तहसील क्षेत्र में तेज हवाओं और बारिश के कारण ग्राम रामनगर, शिवनगर, खौंदलपुर, भोगपुर, चकफेरी, नवाबगंज, अहरो, धावनी बुजुर्ग, खजुरिया, मनिहार खेड़ा, डिबडिबा, कासमगंज, डंडिया, देवीपुरा, महतोष, गोधी, खेमपुर, गंगापुर-बहांपुर, चौकोनी, कुईया तालमहावर, अनवरिया, तीन पानी, मनौना, चैनपुर, भटपुरा तारन, पंजाब नगर, सतराखेड़ा, महुनागर, नरखेड़ा, मनकरा, सनकरा आदि गांवों में गेंहू की खड़ी फसल खेतों में गिर गई है, जिससे फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।
दढि़याल: क्षेत्र मे गेंहू और गन्ने की फसल गिर गई, जिससे किसानों में मायूसी छा गई है। क्षेत्र के भाउपुरा, मेवला कला, नगलिया, किशनपुर, पीपली नायक, जटपुरा, मुआना, शरकथल, सीकमपुर, अकवराबाद सूरजपुर, कुन्डेसरा आदि गांवों में बारिश से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है।
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डीएम ने बनाई कमेटी
रामपुर : गेहूं की फसल में हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए जिलाधिकारी सीपी त्रिपाठी ने कृषि विभाग और राजस्व विभाग को निर्देश दिए हैं। अधिकारियों की कमेटी का भी गठन किया गया है। कृषि विभाग और राजस्व विभाग के कर्मचारी-अधिकारी मिलकर फसल का आंकलन करेंगे। फसल बीमा योजना से लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा। बीमा कंपनियों को नुकसान की जानकारी दी जाएगी। सहकारी समिति और बैंकों से फसलों का बीमा कराया जाता है, जिसका प्रीमियम भी किसानों से वसूला जाता है। उप कृषि निदेशक डा. वीरेन्द्र कुमार का कहना है कि लगातार हो रही बारिश से फसल का नुकसान भी बढ़ रहा है। करीब 30 प्रतिशत तक फसल के नुकसान का अनुमान है।
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ऋण नहीं लौटायेंगे किसान : भाकियू
रामपुर :भारतीय किसान यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष हसीब अहमद का कहना है कि जनपद में करीब 80 प्रतिशत गेहूं की फसल नष्ट हो गई है। किसान की लागत भी नहीं मिल सकी। इससे किसान कर्जदार हो गया। उसके खाने का भी संकट हो गया है। सर्व कराकर मुआवजा दिया जाए। यदि किसानों को मुआवजा नहीं दिया तो वे सहकारी समितियों और बैंकों का लोन नहीं लौटा सकेंगे।