परीक्षा के विरोध में किया प्रदर्शन
रामपुर । अखिल भारतीय बार परीक्षा नियम 2010 के विरोध में युवा अधिवक्ताओं ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किय
रामपुर । अखिल भारतीय बार परीक्षा नियम 2010 के विरोध में युवा अधिवक्ताओं ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। बार कौंसिल आफ इंडिया को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन भेजा।
युवा अधिवक्ता शुक्रवार को दोपहर बाद इकट्ठा होकर कलक्ट्रेट पहुंचे। जिलाधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं का कहना था कि टीईटी की तर्ज पर अब विधि स्नातकों को भी एक परीक्षा पास करनी होगी। बार कौंसिल आफ इंडिया ने वर्ष 2010 के बाद कानून की पढ़ाई पूरी कर चुके अधिवक्ताओं के लिए यह परीक्षा पास करना अनिवार्य कर दिया है, जबकि अधिवक्ता पंजीकरण आवेदन प्रक्रिया के दौरान इस परीक्षा की अनिवार्यता के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई। वे सभी शपथ पत्र के तहत भी इस परीक्षा की अनिवार्यता के लिए बाध्य नहीं हैं।
कुछ देर प्रदर्शन के बाद अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से बार कौंसिल आफ इंडिया को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में कहा है कि यह परीक्षा न कराके विधि शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए निजी विश्वविद्यालयों में बिना प्रवेश परीक्षा के प्रवेश पर अंकुश लगाया जाए। परीक्षा में नकल पर रोक लगाने के संबंध में सख्त नियम बनाए जाएं, ताकि भविष्य में विधि कालेज से कुशल व योग्य व्यक्ति ही इस मुकाम तक पहुंच सके। इससे परीक्षा की जरूरत ही नहीं रहेगी।
प्रदर्शन करने वालों में ब्रजेश राजपूत, सुभान पाशा, सतीश कुमार लोधी, हेम प्रकाश सैनी, नवल कुमार, आफताब पाशा, नवाब हुसैन, सुमित शर्मा, मोहम्मद इस्लाम, वसीम अहमद खां, किशन लाल, शोभित सक्सेना, कुलदीप पांडेय, मुकेश कुमार सैनी, मनोज कुमार, कृष्ण पाल सिंह, मयंक अग्रवाल, रूप सिंह लोधी आदि शामिल रहे।