मिल मालिक व अफसरों पर रिपोर्ट
रामपुर । फर्जी पर्ची देकर बिचौलियों से गन्ना खरीदने में राणा शुगर मिल मालिक और मिल अधिकारियों के खि
रामपुर । फर्जी पर्ची देकर बिचौलियों से गन्ना खरीदने में राणा शुगर मिल मालिक और मिल अधिकारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। दो दिन पहले किसानों ने मिल गेट पर अवैध खरीद पकड़ी थी, जिसके बाद गन्ना विभाग के अधिकारियों को भी मौके पर पहुंचना पड़ा था। दो दिन मंथन किए जाने के बाद अफसरों ने रिपोर्ट दर्ज करा दी है।
जनपद की चीनी मिलों को चलते हुए करीब महीना भर होने को है। मिलें धड़ल्ले से गन्ना खरीद रही हैं, लेकिन गन्ना खरीद में मनमानी की जा रही है। किसानों का गन्ना कम लिया जा रहा है और बिचौलियों से सस्ते में ज्यादा गन्ना लिया जा रहा है। किसान इसकी शिकायत कर रहे थे, लेकिन गन्ना विभाग के अधिकारी अवैध खरीद नहीं पकड़ सके। गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान एकत्र हुए। मंडल उपाध्यक्ष हसीब अहमद के नेतृत्व में किसान एकत्र होकर राणा शुगर मिल करीमगंज पहुंचे थे। मिल गेट पर गन्ना लेकर खड़ी ट्रेक्टर ट्रालियों के चालकों से पर्ची चेक कीं, जो फर्जी थीं। पर्ची पर समिति की मुहर नहीं थीं। सचिव के हस्ताक्षर भी नहीं थे। चीनी मिल की मुहर भी नहीं थीं। किसानों ने ज्यादा पूछताछ की तो गन्ना लाने वाले लोग खिसक लिए थे।
किसानों ने प्रशासन को सूचना दी। इस पर गन्ना विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने भी पर्ची देख फर्जी बताई थीं। सूरजपाल, शोभाराम, वकीलुद्दीन, रामसिंह, रामलाल, मथुरा प्रसाद, बेचालाल, राजेन्द्र, महेन्द्र, सुखलाल आदि किसानों पर फर्जी पर्ची पाई गई थीं, जिन पर मिल गन्ना ले रहा था। सभी किसान बिलारी क्षेत्र के हैं। अवैध खरीद पर किसानों ने हंगामा भी किया था। विभाग ने दो दिन इस पर मंथन किया और शनिवार को रिपोर्ट दर्ज करा दी। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक संजीव कुमार, रामपुर गन्ना समिति के सचिव साहब सिंह सत्यार्थी और मिलक गन्ना समिति के सचिव निरंजन सिंह शनिवार को शाहबाद कोतवाली पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसमें कहा है कि फर्जी खरीद के लिए राणा ग्रुप के उपाध्यक्ष ओमवीर सिंह, मिल अध्यासी गुरबख्श सिंह और पर्ची वितरण इंचार्ज राहुल देव जिम्मेदार हैं। इन्होंने गन्ना खरीद में नियमों का उल्लघंन किया है।
समिति सचिव श्री सत्यार्थी ने बताया कि गन्ना माफियाओं की सूची तैयार की जा रही है। इसमें कई नेता और किसान नेताओं के नाम भी सामने आए हैं, जिनके नाम प्रशासन को सौंपे जायेंगे।
किसानों ने किया अफसरों का काम
रामपुर। भारतीय किसान यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष हसीब अहमद का कहना है कि गन्ना विभाग के अधिकारी मिलकर किसानों का शोषण करा रहे हैं। किसान काफी दिन से अवैध खरीद बंद कराने की मांग कर रहे थे, लेकिन अधिकारी छापा मारने का बहाना बनाते रहे और किसानों ने अवैध खरीद पकड़ ली। किसानों ने अवैध खरीद पकड़कर अधिकारियों का काम किया है।
भुगतान न करने पर नोटिस
रामपुर। जिलाधिकारी सीपी त्रिपाठी ने किसानों का समय से भुगतान न किए जाने पर नोटिस जारी किया है। मिल को किसानों का गन्ना लेते हुए करीब एक माह बीत गया, लेकिन भुगतान नहीं दिया गया है, जबकि 14 दिन में भुगतान किया जाना चाहिए। इस पर डीएम ने मिल प्रबंधन को नोटिस जारी कर कार्रवाई की चेतावनी दी है। मिल पर 19 करोड़ रुपये बकाया हो गए हैं।