कड़ाके की ठंड में जनजीवन अस्तव्यस्त
रामपुर। घने कोहरे के चलते पूरे दिन सूर्य देव के दर्शन नहीं हो सके। दिनभर शीत लहर चलती रही। ठिठुरन स
रामपुर। घने कोहरे के चलते पूरे दिन सूर्य देव के दर्शन नहीं हो सके। दिनभर शीत लहर चलती रही। ठिठुरन से लोग बेहाल रहे। कड़ाके की ठंड के चलते जनजीवन पूरी तरह अस्तव्यस्त हो गया। शाम होते ही बाजारों में सन्नाटा पसर गया। लोग जहां तहां अलाव आदि के सहारे सर्दी से बचाव करते नजर आए।
दिन व दिन सर्दी का असर बढ़ता जा रहा है। गुरूवार का दिन सबसे ठंडा रहा। दिनभर घना कोहरा छाया रहा। हालांकि, दोपहर बाद कोहरा कम हो गया, लेकिन सूरज फिर भी नहीं निकल सका। सर्द हवा चलती रही, जिससे ठिठुरन और बढ़ गई। लोग ठंड की वजह से कंपकंपाते नजर आए। सर्दी के चलते लोग जरूरी काम से ही घरों से निकले। बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। पूरे दिन लोग जहां तहां अलाव के सहारे सर्दी दूर करते नजर आए। वहीं, कोहरे की वजह से रेल व सड़क यातायात खासा प्रभावित रहा। रामपुर आने वाली अधिकांश ट्रेनें अपने निर्धारित समय से लेट रहीं। इंटरसिटी एक्सप्रेस भी आधा घंटा देरी से आ सकी। इसके अलावा शहीद, हावड़ा अमृतसर, किसान आदि ट्रेनें घंटो देरी से रामपुर आई। इसके अलावा रोडवेज बसें भी समय से नहीं निकल सकीं। कोहरे की वजह से विभाग ने बसों का संचालन कम कर दिया, जिससे दिक्कतें और बढ़ गई। डिपो से यात्रियों की उपलब्धता होने पर ही बस निकाली जा रही है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एनके वर्मा ने बताया कि बसों का संचालन सीमित रूप से किया जा रहा है। मसलन, सर्दी में यात्री कम निकल रहे हैं, जिस कारण लोड फैक्टर तीस से चालीस फीसद तक सिमटकर रह गया है। इससे विभाग को नुकसान हो रहा है। ऐसे में यात्रियों को देखकर ही बसों को निकाला जा रहा है। उधर, कड़ाके की ठंड में ट्रेन और बसों का इंतजार कर रहे यात्री कंपकंपाते रहे। घंटों का समय बर्बाद हो गया। न तो यहां से जाने वाले लोग समय से पहुंच सके और न ही यहां आने वाले लोग समय से आ सके। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।