भाकियू नेता और बिजली अधिकारियों का समझौता
रामपुर। सप्ताह भर चले आंदोलन के बाद गुरुवार को किसानों और बिजली विभाग के अधिकारियों के बीच समझौता हो
रामपुर। सप्ताह भर चले आंदोलन के बाद गुरुवार को किसानों और बिजली विभाग के अधिकारियों के बीच समझौता हो गया। किसानों के ज्ञापन में दिए गए बिंदुओं की जांच होगी। तब तक किसानों का आंदोलन स्थगित कर दिया गया है।
दुर्गनगला बिजली घर के अवर अभियंता अमित त्यागी और लाइनमैन राकेश का किसानों ने विवाद हो गया था। राकेश ने शहजादनगर थाने में भाकियू के मंडल उपाध्यक्ष हसीब अहमद और आठ-दस समर्थकों के खिलाफ तहरीर दी थी, जिसमें धमकाने एवं मारपीट का आरोप लगाया गया था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन किसानों ने इसे झूठा बताते हुए आंदोलन छेड़ दिया था। किसानों का कहना था कि जेई और लाइनमैन के द्वारा वसूली की जा रही है। इसका विरोध करने पर ही आरोप लगाए गए हैं। किसान जिले भर में जेई के पुतले फूंक रहे थे। बाद में हसीब अहमद ने भी जेई के खिलाफ तहरीर दे दी थी। गुरुवार को भी शहजादनगर, पटवाई आदि में जेई के पुतले फूंके गए, लेकिन दोपहर बाद मिलक के एसडीओ जेके त्यागी, मिलक के अवर अभियंता जय¨हद, अवर अभियंता सिविल लाइन बलदेव सिंह, अवर अभियंता अमित त्यागी आदि भाकियू के सिविल लाइन स्थित कार्यालय पहुंचे, जहां किसानों से वार्ता हुई। बिजली विभाग के अफसरों ने किसानों को लिखकर दिया कि, आपका जो ज्ञापन प्राप्त हुआ है उस पर जांच और न्यायसंगत कार्रवाई की जाएगी, लेकिन तब तक आंदोलन स्थगित कर दिया जाए, जिस पर किसान सहमत हो गए। इस मौके पर मंडल सचिव परशुराम शर्मा, वीरेन्द्र यादव, होरीलाल, तालिब आदि शामिल रहे।