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लो हुसैनी काफिला घर से रवाना हो गया

रामपुर। शहीद-ए-कर्बला की याद में शनिवार को अलम और जरी का जुलूस निकाला गया। अजादारों ने नोहा ख्वानी औ

By Edited By: Published: Sat, 25 Oct 2014 11:38 PM (IST)Updated: Sat, 25 Oct 2014 11:38 PM (IST)

रामपुर। शहीद-ए-कर्बला की याद में शनिवार को अलम और जरी का जुलूस निकाला गया। अजादारों ने नोहा ख्वानी और मातम कर खिराजे अकीदत पेश की।

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इस्लामी साल का पहला मोहर्रम का महीना शुरू होने वाला है। यह महीना शहीदे कर्बला से मंसूब है। शहीदे कर्बला की याद में शनिवार को शहर के मुहल्ला मिस्टनगंज से अलम और जरी का जुलूस बरामद हुआ। औकाफ मुतवल्ली एवं विधायक नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां की कयादत में जूलूस रवाना किया गया। अजादारों ने मातम और नोहा ख्वानी कर शहीदे कर्बला को खिराजे अकीदत पेश की।

नोहा ख्वाह असलम महमूद और इफ्तेखार महमूद ने नोहा पढ़ा-

लो हुसैनी काफिला घर से रवाना हो गया,

दूर नाना से नवासे का ठिकाना हो गया।

बिट्टन जैदी ने नोहा पढ़ा-

आ गया माहे अजा आंसू बहा लो फातिमा,

अपने बेटे की सफे मातम बिछा लो फातिमा।

सिरसी से आई अंजुमन हाशमी ने भी नौहा ख्वानी की।

जुलूस मिस्टनगंज से रवाना होकर, राजद्वारा, डांकखाना, आकाशवाणी होकर गांधी समाधि आया। यहां से जुलूस जौहर मार्ग होकर स्टार चौराहा पहुंचा, जहां से इमामवाड़ा कोठी खासबाग पहुंचा।

इस दौरान जौन जैदी, एस कमल रिजवी, मुन्ने मियां, अब्बास रिजवी, मंसूर मियां, हसन बेग, नन्हें मियां, इरफान जैदी, गुलरेज खां आदि शामिल रहे।

उधर शनिवार की सुबह ज्वालानगर स्थित इमामवाड़ा गुलजार-ए-रफत से जरी और अलम का जुलूस बरामद हुआ, जो इमामवाड़ा रफत जवानी बेगम पहुंचा। रविवार से मजलिस का सिलसिला शुरू होगा।


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