खुशियों के दीप जलाकर मनाएं दीपावली
रामपुर। दीप जलते और जगमगाते रहें, आप हमको और हम आपको याद करते रहें, दीपावली पर यह दुआ है कि जब तक जि
रामपुर। दीप जलते और जगमगाते रहें, आप हमको और हम आपको याद करते रहें, दीपावली पर यह दुआ है कि जब तक जिन्दगी है आप चांद की तरह चमकते रहें। इन पंक्तियों के अनुरूप इस दीपावली पर भाईचारे की सुंदर मिसाल कायम करनी चाहिए। ऐसा कहना है शहर के कुछ धर्माचार्यो का। इन सभी ने दीपावली पर तेज आवाज की आतिशबाजी न छोड़ने और गरीबों की मदद करने पर जोर दिया।
ब्राह्मण सभा के जिलाध्यक्ष एवं ज्योतिषाचार्य पंडित राम भरोसे लाल शर्मा ने कहा कि दीपावली को सौहार्दपूर्ण मनाएं। आतिशबाजी पर अनावश्यक रुपये पैसे बर्बाद करने के बजाए अभावग्रस्त लोगों की सेवा करें। दूसरों का ध्यान रखते हुए पटाखे छोड़ें। तेज आवाज के पटाखे न छोड़े। दीपावली पर अपनी सामर्थ्य के अनुसार गरीबों की मदद करना चाहिए। किसी गरीब का घर रोशन करने से समाज में समरसता आती है और भाईचारा बना रहता है। कहा कि दीपावली पर सकारात्मक चिंतन का संकल्प लेना चाहिए। इस दीपावली पर अपनों के साथ ऐसी दीपावली मनाएं कि समाज में भाईचारे की मिसाल कायम हो। मानवीय मूल्यों से बढ़कर कुछ नही है, इसलिए सभी के प्रति स्नेह, सहयोग और अपनापन का भाव बनाए रखना चाहिए। किसी के प्रति कोई भेद करना उचित नहीं है। द्वेष, ईष्या, अहंकार का त्याग करने में ही भलाई है।
अग्रवाल धर्मशाला के श्री दुर्गा शक्ति दरबार के महंत पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्रा ने कहा कि एक तरफ तो धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं और दूसरी तरफ उसी धन में आग लगा देते हैं। हजारों रुपये के पटाखे जला दिए जाते है, यह देवी लक्ष्मी का अपमान है। इसलिए दीपावली पर आतिशबाजी नहीं छोड़नी चाहिए। कम से कम तेज आवाज की आतिशबाजी न छुड़ाएं। कहा कि दीपावली का त्योहार समाज में अपनापन और खुशियों की बहार लेकर आता है। इसलिए सभी को आपस में मिलजुल कर दीपावली मनानी चाहिए। हमारे विचार और कर्म से ही समाज सुंदर और सौहार्द पूर्ण बनता है।
श्री बाला जी दरबार के महंत बुलाकी राम जी ने भी तेज आवाज के पटाखे न छोड़ने को समाज के लिए हितकर बताया।