एडीएम के समक्ष उपस्थित नहीं हुए चीनी मिल कर्मी
रामपुर । जेल बनाने के विरोध में धरने पर बैठे चीनी मिल कर्मियों को अपर जिलाधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर मांग पत्र प्रस्तुत करना था। लेकिन, कोई भी उपस्थित नहीं हुआ और न ही कोई मांग पत्र प्रस्तुत किया गया।
चीनी मिल की जमीन पर नई जेल प्रस्तावित है। इसके लिए जिला प्रशासन और चीनी मिल प्रबंधन ने मकान खाली करने के लिए नोटिस जारी किए थे। तभी से इसका विरोध हो रहा है। विश्व हिन्दू महासंघ के सदस्यों संग चीनी मिल कर्मी तीस जून से धरने पर बैठे हैं। आंदोलनकारियों और प्रशासन के बीच वार्ता के लिए पिछले दिनों जिलाधिकारी चन्द्रप्रकाश त्रिपाठी ने कमेटी बनाई थी। मुख्य विकास अधिकारी रामनेवाज और उपनिदेशक अल्पसंख्यक कल्याण आरपी सिंह को इस कमेटी में शामिल किया गया था। दोनों अफसर समस्या सुनने के लिए धरना स्थल भी गए थे और आंदोलनकारियों से जिलाधिकारी के समक्ष अपना पक्ष रखने की बात कही थी। इसके बाद डीएम ने एडीएम और एएसपी को शामिल कर एक संयुक्त कमेटी बनाई, जिन्हें चीनी मिल कर्मियों से वार्ता करनी थी। दोनों ही अधिकारी धरना स्थल पर जा चुके हैं और चीनी मिल कर्मियों से एडीएम के समक्ष समस्याएं सुनाने की बात कही थी। मंगलवार को इसके लिए तहसीलदार सदर भी धरना स्थल पर गए। लेकिन, इसके बावजूद बुधवार को कोई भी चीनी मिल कर्मी एडीएम के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ और न ही कोई मांग पत्र सौंपा।
कूड़ा न डलवाएं
रामपुर : शहर कांग्रेस कमेटी के महासचिव फैसल खां लाला ने जिलाधिकारी को भेजे पत्र में कहा है कि वर्ष 2012 में पहाड़ी गेट स्थित ताशका में बने 40 पक्के मकान प्रशासन ने तोड़ दिए थे। तभी से वहां के लोग टेंट लगाकर रह रहे हैं। जबकि, ये लोग वहां पिछले 60 सालों से रह रहे थे। अब नगर पालिका ने टेंटों के चारों ओर कूड़ा डलवाना शुरु कर दिया है, जिससे बरसात का मौसम होने की वजह से वहां संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा बना हुआ है। उन्होंने वहां कूड़ा न डलवाने की मांग की है।