बदायूं के दो भाइयों की शाहबाद में हत्या
रामपुर । बदायूं के दो भाइयों की हत्या कर दी गई। उनके शव खेत में गड़े मिले। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों शातिर बदमाश थे और उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।
बदायूं के ग्राम लक्ष्मीपुर निवासी अब्बास और शादाब पर कई मामले दर्ज हैं। पुलिस से बचने के लिए दोनों यहां कोतवाली क्षेत्र के मितरपुर गांव में रह रहे हैं। आरोप है कि दोनों दो अप्रैल को बदायूं के थाना बिसौली के दपतोरी गांव से निजारिक खां उर्फ दिम्का और शारिक खां उर्फ गदम्मा दोनों सगे भाइयों को दावत का न्यौता देकर बुला लाए थे पर दोनों भाई अगले दिन घर नहीं पहुंचे। परिजनों ने जानकारी की तो बताया कि वे घर चले गए हैं। परेशान होकर परिजनों ने बिसौली थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। तभी से पुलिस दोनों की तलाश कर रही थी। बुधवार को शादाब को बिसौली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछतांछ में पता चला की दोनों की हत्या कर दी गई है तो पुलिस के होश उड़ गए। बिलौसी थाना प्रभारी जीत सिंह दोपहर बाद शाहबाद पहुंचे और कोतवाल राघव राम मिश्रा को पूरी जानकारी दी। बाद में दोनों भारी पुलिस बल के साथ मितरपुर गांव पहुंचे और शादाब की निशानदेही पर उनके घर के सामने खेत में खुदाई करवाई, जिसमें दोनों के शव अलग-अलग बोरियों में सड़ी-गली हालत में बरामद हुए। पुलिस ने शवों का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। पूछताछ में शादाब ने बताया कि तीन अपै्रल की रात को दर्जनभर साथियों के साथ निजारिक एवं शारिक को मौत के घाट उतार दिया था। बाद में घर के ही सामने दोनों को अलग-अलग बोरियों में बंद करके गढ्डे में गाड़ दिया। बिसौली थाना प्रभारी ने बताया कि सभी बदमाश एक ही गैंग के सदस्य हैं। मृतकों और आरोपियों पर बीस-बीस से अधिक मुकदमें हैं। घटना के बाद से आरोपियों के परिजन फरार हैं। हत्या आपसी रंजिश के चलते की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा कि दोनों की हत्या किस हथियार से की गई है। चारों ने चार साल पहले दपतरा रेलवे स्टेशन पर लूट की थी। सूचना पर मृतकों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए।