आयोग ने दे दी फांसी: आजम
रामपुर । संसदीय कार्य एवं नगर विकास मंत्री आजम खां ने बुधवार को भी चुनाव आयोग पर निशाना साधा। बोले, आयोग ने हमें सुने बगैर ही फांसी दे दी।
चुनाव आयोग ने भड़काऊ भाषण देने के आरोप में आजम खां पर पाबंदी लगा रखी है। वह न तो जनसभा में बोल सकते हैं और न ही रोड शो कर सकते हैं। उनके खिलाफ कई जिलों में आधा दर्जन मुकदमे भी दर्ज कराए गए हैं। आयोग के इस फैसले से आजम खां आहत हैं। बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि भगत सिंह को भी फांसी लगाई गई थी, लेकिन अंग्रेज हुकूमत ने उन्हें सुनवाई का मौका दिया था। हमें तो यह मौका भी नहीं दिया गया। हमने समय रहते आयोग को नोटिस का जवाब दिया। पाबंदी के बाद फिर रोक हटाने के लिए दरख्वास्त की, लेकिन पाबंदी नहीं हटाई गई। हमारे साथ एक साजिश के तहत ऐसा किया जा रहा है। हम कमजोरों की आवाज उठाने वाले नेता हैं, इसी लिए हमारी आवाज बंद की गई है। हमारे लिए इमरजेंसी जैसे हालात पैदा कर दिए गए हैं। उन्होने कहा कि हमारा संदेश दूर दूर तक जा चुका है, देश की जनता अच्छी तरह जान चुकी है। मतदान करते वक्त जनता इसका ध्यान रखेगी और हमें परेशान करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देगी। मतदान ही जनता का सबसे ताकतवर हथियार है।