जियो टै¨गग में राजधानी पीछे, रायबरेली अव्वल
जागरण संवाददाता, रायबरेली : मनरेगा की धीमी प्रगति को लेकर ज्यादातर चर्चा में रहने वाले जिले ने यो
जागरण संवाददाता, रायबरेली : मनरेगा की धीमी प्रगति को लेकर ज्यादातर चर्चा में रहने वाले जिले ने योजना से हुए कार्यो की ऑनलाइन फी¨डग में बाजी मार ली है। 85.90 फीसदी जियो टै¨गग कराकर जिले ने सूबे की राजधानी को भी पीछे छोड़ दिया है। वहीं प्रदेश के मिर्जापुर, प्रतापगढ़ और पीलीभीत सबसे फिसड्डी जिलों में शामिल हैं। खास बात ये है कि इसी जियो टै¨गग के सहारे ही यहां मनरेगा के कई घोटाले पकड़े गए। अफसरों का मानना है कि शेष बचे अन्य कार्यों की टै¨गग पर ऐसे कई और कारनामे खुलकर सामने आने की उम्मीद है।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत जिले में 111373 कार्य कराए गए। मनरेगा में पारदर्शिता लाने के लिए पिछले साल जियो टै¨गग की व्यवस्था लागू की गई थी। इसके तहत योजना से हुए सभी कार्यों की फोटो सहित उनका पूरा ब्योरा ऑनलाइन सरकार की वेबसाइट पर फीड कराना जा रहा है। इसे लेकर शासन भी काफी गंभीर था। लगातार तेजी लाने के निर्देश दिए जा रहे थे। जिले में 111373 कार्यों में से 95671 कार्यों की टै¨गग कराकर 85.90 फीसदी लक्ष्य पूरा किया जा चुका है। वहीं लखनऊ 48454 कार्यों के सापेक्ष 34461 की टैगिंग ही हुई। यहां 71.12 फीसद लक्ष्य ही पूरा हुआ। सबसे खराब स्थित मिर्जापुर, प्रतापगढ़ और पीलीभीत जिलों की है। यहां 50 फीसदी लक्ष्य भी अब तक पूरा नहीं हो सका है।
टै¨गग में टॉप टेन जिलों की सूची
रायबरेली : 111373 : 85.90
मैनपुरी : 38989 : 85.40
बुलंदशहर : 48642 : 77.39
शामली : 10423 : 73.69
लखनऊ : 48454 : 71.12
काशगंज : 34575 : 69.72
ललितपुर : 51689 : 68.02
ऐटा : 36949 : 67.87
इलाहाबाद : 80085 : 65.05
कौशांबी : 26064 : 63.52
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जिले में जियो टैंगिग का कार्य काफी बेहतर चल रहा है। जिला सूबे में पहले स्थान पर पहुंच गया है। योजना का कार्य देख रहे सभी अफसरों और कर्मचारियों की लगन से ऐसा संभव हुआ है। शेष कार्यों की टैंगिग भी जल्द पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।
अनिल कुमार ¨सह,
डीसी मनरेगा