स्वच्छता के फरमान से सरकारी अफसर अंजान
रायबरेली : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की कमान संभालते ही सरकारी दफ्तरों में गुटखा-पान और तं
रायबरेली : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की कमान संभालते ही सरकारी दफ्तरों में गुटखा-पान और तंबाकू के सेवन पर बैन लगा दिया है। हालांकि साफ सफाई के नजरिये से पहले भी ऐसे आदेश जारी किये गये, लेकिन सिर्फ कुछ दिन ही उनका असर दिखा। इसका कड़ाई के साथ पालन सुनिश्चित कराने की पहल अब नए सीएम ने की है। फरमान जारी होने के बाद गुरुवार को उसका क्या प्रभाव रहा यह देखने के लिए जागरण टीम कई दफ्तरों में पहुंची तो वहां सीएम के आदेश की धज्जियां उड़ती मिली। कहीं दीवारें पान-गुटखे की पीक से रंगी हुई थी तो कहीं शराब की बोतले पड़ी मिलीं। यही नहीं दफ्तरों की सुंदरता के लिए रखे गये गमलों को पीकदान बना दिया गया है।
पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए जमीनी स्तर पर पहल की जरूरत है। शायद इसी सोच के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले सरकारी दफ्तरों को साफ सुथरा रखने की हिदायत दी है। यही नहीं सरकारी दफ्तरों में पान-गुटखा और तंबाकू के सेवन पर पू्री तरह से बैन लगा दिया है। उम्मीद थी मुख्यमंत्री के कड़े तेवर देख अफसर उनके आदेश का पालन करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कुछ अफसरों ने इसे गंभीरता से लिया। तो तमाम विभागाध्यक्षों ने सीएम के फरमान को ठेंगा दिखा दिया।
सीन एक :गंदगी के बीच निपटा रहे थे काम
सुपर मार्केट स्थित पावर कॉर्पोरेशन के दफ्तर का बड़ा ही बुरा हाल था। एक्सईएन अशोक कुमार अपने कक्ष की बजाय कर्मचारियों के पास बैठ कर काम निपटा रहे थे। इस कमरें में घुसते ही दरवाजे के पीछे की दीवार पर नजर पड़ी तो पूरी दीवार पान और गुटखे की पीक से रंगी हुई थी। इसी तरह परिसर में अन्य कई जगहों पर भी गंदगी मिली। सीएम के आदेश के बावजूद एक्सईएन ने दफ्तर की सफाई कराना उचित नहीं समझा।
सीन दो : यहां रात में टकराते जाम से जाम
विकास भवन स्थित लघु ¨सचाई विभाग कार्यालय के ठीक सामने बने एक छज्जे पर तमाम कचरा पड़ा था। इनमें पान-गुटखे की पुड़िया ही नहीं शराब की बोतले भी पड़ी थी। इसके अलावा दफ्तर के पास ही साजसज्जा के लिए रखे पौधों के गमलों को लोगों ने पीकदान बना लिया है। अफसर और कर्मचारी दफ्तर के अंदर तो साफ सफाई रखते हैं, लेकिन बाहर गंदगी फैलाने से गुरेज नहीं करते।
सीन तीन:जहां जगह मिल वहीं थूक दिया पान
नगर पालिका परिषद में तो गंदगी की हद ही हो गई। दीवारें पान व गुटखे की पीक से लाल थी। दस्तावेज रखने के लिए दी गई अलमारी पर भी पान-गुटखा खाकर थूका गया था।