न शौचालय न आवास, सरकारी योजनाओं की अरसे से आस
लालगंज: गरीबों के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार ने ढेरों योजनाएं चला रखी हैं, लेकिन उनका कितना लाभ गरीब
लालगंज: गरीबों के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार ने ढेरों योजनाएं चला रखी हैं, लेकिन उनका कितना लाभ गरीबों को मिलता है? इसका जवाब विकास खंड लालगंज के ग्राम देवन्ना मजरे गहिरी निवासी रामभरत के आाशियाने को देखकर मिल सकता है। रामभरत के पास भूमि के नाम पर बमुश्किल चार विस्वा खेत है। इसके पास ही उसने अपना आशियाना बना रखा है। उनके पास मनरेगा का जॉबकार्ड है लेकिन काम न मिलने से मुंबई में जाकर मजदूरी करना मजबूरी है। आशियाने के नाम पर मिट्टी की कच्ची छोटी दीवारों पर रखा छप्पर। उसकी सुरक्षा के लिए लगा बांस का बना दरवाजा (टट्टर)। रामभरत की पत्नी नीता देवी इसी आशियाने में अपने बच्चों के साथ रहती हैं। पानी के लिए उसे गांव के भीतर दूर लगे इंडियामार्क नल जाना पड़ता है। भले ही सरकार ग्रामीणों के लिए कई प्रकार के आवास व खुले में शौच न जाने के लिए शौचालय बनवाने के लिए धन आवंटित कर रही हो लेकिन रामभरत को अब तक न आवास मुहैया हो सका न शौचालय। उसकी पत्नी नीता चूल्हे पर लकड़ियों में खाना बनाती है, नि:शुल्क गैस कनेक्शन के विषय में उसे जानकारी तक नही। वह कहती है कि केवल चुनाव के समय बड़े लोग(नेता) वोटन के खातिर आवति हैं, वहिके बादि कोउ नही देखात।