चुनावी रंजिश में 17 के बीपीएल सूची से कट गए नाम
ऊंचाहार : भारत सरकार की योजनाओं के साथ गांव में किस तरह से मनमानी की जाती है, इसका उदाहरण क्षेत्र क
ऊंचाहार : भारत सरकार की योजनाओं के साथ गांव में किस तरह से मनमानी की जाती है, इसका उदाहरण क्षेत्र के गंगौली गांव में सामने आया है। जहां पर 17 गरीबों को बीपीएल सूची से चुनावी रंजिश में हटा दिया गया। उसके स्थान पर ऐसे लोगों का चयन हुआ है जो मानक पर खरे नहीं हैं। मामले का खुलासा तब हुआ जब ग्रामीण उपजिलाधिकारी के पास पहुंचे।
एसडीएम के पास पहुंचे गांव के सेवा लाल, अशर्फीलाल, जगतपल तथा छत्रपाल ने बताया कि वह करीब पांच साल से गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने का बीपीएल व अंत्योदय कार्ड था, लेकिन प्रधान ने गाव के 17 लोगों को इस सूची से हटा दिया। उनके राशन कार्ड भी धोखे से जमा करा लिया है। इन गरीबों का कहना है कि उनके नाम चुनावी रंजिश के कारण काटे गए हैं तथा उनके स्थान पर ऐसे लोगो का चयन किया गया है जो पात्रता नहीं रखते हैं। यही नहीं नई सूची में गाव की नीता देवी, अनीता ¨सह, रजनी देवी, बूधा और कृष्णावाती के भी नाम है जबकि यह समाजवादी पेंशन के लाभार्थी भी हैं। नियमानुसार समाजवादी पेंशन के लाभार्थी का चयन बीपीएल, अंत्योदय कि सूची में नहीं हो सकता है। मजेदार बात यह है कि नई सूची में प्रधान के परिवार के कृष्णावाती, शिवकली और राजपति का भी नाम शामिल किया गया है। अब जब मामले की शिकायत हुई है तो गांव व ब्लाक कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है। उपजिलाधिकारी ने मामले मे जांच का आदेश देते हुई पूरी रिपोर्ट तलब की है।
क्या कहते अधिकारी
एसडीएम रमअक्षयवर ¨सह ने बताया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के क्रियान्वयन में पूरी पारदर्शिता राखी जा रही है, फिर भी यदि कही गड़बड़ी पायी जाएगी तो न सिर्फ कार्यवाही होगी,बल्कि प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी।