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अब अंशिका की खोज में लगी गुलाबी गैंग

रायबरेली: हरचंदपुर थाना क्षेत्र के मजरा ओई से 20 दिन से लापता 6 साल की अंशिका के कोई अता-पता नहीं है

By Edited By: Published: Tue, 06 Oct 2015 11:55 PM (IST)Updated: Tue, 06 Oct 2015 11:55 PM (IST)
अब अंशिका की खोज में लगी गुलाबी गैंग

रायबरेली: हरचंदपुर थाना क्षेत्र के मजरा ओई से 20 दिन से लापता 6 साल की अंशिका के कोई अता-पता नहीं है। एसपी के निर्देश पर बच्ची की खोज के लिए तीन टीम लगाई गई हैं लेकिन उनके हाथ भी खाली हैं। गांव के ही पांच लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई जा चुकी है। पुलिस कस्टडी में इन्हें लेकर कड़ी पूछताछ भी जा चुकी उसके बावजूद नतीजा सिफर रहा है। ऐसे में गुलाबी गैंग ने बच्ची की खोजबीन में पूरी ताकत लगा दी है। गैंग के सदस्यों का आरोप है कि पुलिस मामले में सफेदपोश के इशारे पर हीलाहवाली कर इसे ठंडे बस्ते में डालना चाहती है।

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विदित हो कि 16 सितंबर को सुबह 11 बजे मजरा ओई निवासी राजाराम का पुत्री अंशिका मां के साथ पड़ोस में गई थी। मां को पड़ोसी के घर पर बाते करने लगी इस बीच अंशिका घर की तरफ चल पड़ी, इसी बीच वह लापता हो गई। परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन उसकी कोई जानकारी नहीं मिल सकी। मामले की शिकायत पुलिस से की गई तो गांव निवासी गुरूदेई पत्नी रामदेव, बिटाना पत्नी राम बहादुर निवासी मजरा ओई, संतोष निवासी अजीजगंज, राम प्यारे निवासी खुचमा व अकबर पुत्र बाला के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी जब आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो परिजनो में भाजपा नेता अतुल ¨सह के साथ एसपी से मुलाकात कर कार्यवाही की मांग की थी। इस पर सर्विलांस, स्वाट तथा महिला पुलिस को सुरागकसी के लिए पुलिस कप्तान ने लगाया लेकिन इसके बाद भी अंशिका के बारे में कोई क्लू नहीं मिल सका। मामले की जानकारी जब गुलाबी गैंग को हुई तो ग्रुप लीडर प्रिया ¨सह ने अंशिका का खोजबीन में अपनी टीम को लगा दिया है। प्रिया ¨सह इस मामले को लेकर एसपी से कई बार मिल चुकी हैं उनका कहना है कि पुलिस सफेदपोश के इशारे के चलते मामले में कार्यवाही से बिचक रहे हैं। पुलिस को सब मालूम है कि अंशिका के साथ क्या हुआ है लेकिन खादी के दबाव के आगे हकीकत सामने नहीं आ पा रही है।

आखिर पुलिस ने ऐसा क्यों किया

अंशिका की खोज के लिए पुलिस ने परिजनों को बताया था कि 19 सितंबर को डाग स्कावायड गुरूदेई व बिटना का घर की तलाश लेगा। परिजनों को 12 बजे का समय दिया गया लेकिन 8 बजे सुबह ही कार्यवाही कर ली गई और जब परिजन गुरूदेई व बिटना के घर पर पहुंचे तो पुलिस ने बताया कि छानबीन कर ली गई। दोनों घरों से कुछ नहीं मिला है। सवाल यह है कि पुलिस ने परिजनों को गुमराह कर ऐसा क्यों किया।

कुछ तो गड़बड़ है

ग्रामीणों व गुलाबी गैंग के सदस्यों का मानना है कि दोनों महिलाओं के घर में कुछ गड़बड़ जरूर है। गुरूदेई के घर के भीतर त्रिशूल लगाी हुआ है वहीं अन्य चीजें भी कुछ अलग ही कहानी कह रही हैं। अंशिका के पिता राजाराम का कहना है कि उसकी पुत्री का अपहरण कर कोई अनहोनी किए जाने की योजना बन चुकी है। पुलिस केवल बयानबाजी कर रही है।


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