बीएसए की मौजूदगी में शिक्षकों को मिला प्रमोशन
रायबरेली, जागरण संवाददाता : जूनियर में सहायक और प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों के रूप में त
रायबरेली, जागरण संवाददाता : जूनियर में सहायक और प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों के रूप में तैनात शिक्षकों को सालों से प्रमोशन नहीं मिला था। इसके चलते 30 जून को कई शिक्षक सेवानिवृत्त भी हो गए। नवागत बीएसए ने आनन-फानन प्रमोशन की कतार में खड़े शिक्षकों की लिस्ट तैयार कराई और सोमवार की उनकी काउंस¨लग कर उन्हें नियमानुसार प्रमोशन दिया। प्रमोशन मिलने के बाद शिक्षकों के चेहरे खुशी से खिल उठे।
मालूम हो कि जिले के परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षक सालों से पदोन्निति होने के लिए तरस रहें थे। कई बीएसए आए लेकिन शिक्षकों को वरीयता के आधार पर प्रमोशन नहीं दें सके। यह दु:खड़ा शिक्षक नेताओं व शिक्षकों ने बीएसए से बताया। इस पर बीएसए ने संबंधित पटल प्रभारी को निर्देश देकर छह जनवरी 1971 और 23 फरवरी 1989 अंतिम वरीयता सूची के आधार पर लिस्ट तैयार कराते बीएसए दफ्तर बाहर चस्पा कराई। सोमवार को शिक्षकों की पदोन्निति प्रक्रिया प्राथमिक विद्यालय प्रकाश नगर में संपन्न हुई। यहां कुल विकलांग कोटे से 14, महिलाएं 125 शिक्षकों को पदोन्निति किया गया। 390 पदों के सापेक्ष देर शाम तक पुरुष शिक्षकों की पदोन्नित प्रक्रिया काउंस¨लग के आधार पर संपन्न कराई गई। पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता बरतने के लिए बीएसए ने सुबह से लेकर शाम तक पदोन्निति प्रक्रिया में मौजूद रहें। बीएसए द्वारा पदोन्नित मिलने के बाद शिक्षकों के चेहरे पर मुस्कान दिखीं। शिक्षक साथियों को पदोन्नित मिलने के बाद जिला संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष बृजेंद्र ¨सह राठौर, राष्ट्रीय माध्यमिक शैक्षिक महासंघ के अजय प्रताप ¨सह, शैलेश यादव, राजू ¨सह, गौरव समेत कई अन्य शिक्षक नेताओं ने बीएसए को धन्यवाद ज्ञापित किया।
बीएसए से हुई हुई नोकझोंक
पदोन्निति प्रक्रिया के दौरान स्कूल का नाम हटाए जाने को लेकर एक शिक्षक नेता की बीएसए से तीखी नोकझोंक हो गई। मौके पर मौजूद शिक्षकों ने किसी तरह मामले को शांत कराया। वहीं विरोध करने पर बीएसए ने शिक्षक नेता का मान रखते हुए उक्त स्कूल को लिस्ट में शामिल कर लिया। जबकि बीएसए ने सामने कई शिक्षक नेता घूमते दिखाई दिए। ऐसे में पदोन्नित के आए शिक्षकों के बीच चर्चा का विषय बना रहा है कि स्कूलों में पढ़ाने के बजाय शिक्षक नेता पूरा दिन यहां समय दे रहे है। विशेष बात यह है कि शिक्षक नेता काउंसिलिंग वाले कमरे में अपना अड्डा जमाए रहें। इस मामले में बीएसए का कहना है कि शिक्षक नेताओं से जवाब-तलब किया जाएगा।