बीते दिनों हुई बरसात का भी जुड़ेगा नुकसान
रायबरेली, जागरण संवाददाता : प्रदेश सरकार देर से ही सही जिले के किसानों पर मेहरबानी दिखा रही है। अब 1
रायबरेली, जागरण संवाददाता : प्रदेश सरकार देर से ही सही जिले के किसानों पर मेहरबानी दिखा रही है। अब 15 व 16 अप्रैल को हुई बरसात के नुकसान का आंकलन जोड़ दिया गया है। नौ अप्रैल को जिला प्रशासन ने फसलों के नुकसान का आंकलन 80 करोड़ आंका था। लेकिन अब उसमें दो दिन पहले हुई बरसात के बाद एक बार फिर नुकसान का आंकड़ा बढ़कर 1.90 अरब हो गया है। यदि मांग के अनुरूप किसानों को मुआवजा मिला तो किसानों को आंसू पोंछने में मदद मिलेगी।
जिले में किसानों की रवी सीजन की फसल बेमौसम की बरसात से खराब हो गई है। गेहूं की पैदावार प्रति बीघे आठ क्विंटल से घटकर चार क्विंटल से भी कम हो गई है। किसान प्रकृति की मार से आर्थिक रूप से कमजोर हो गया है। पूरे साल का बजट खराब होने से सारी योजना ध्वस्त हो गई है। जिला प्रशासन ने तीन दिन पहले जिले में हुई बरसात से नुकसान का आंकलन करने के बाद नुकसान की दूसरी रिपोर्ट भेजी है। इसमें अब नुकसान 80 करोड़ से बढ़कर एक अरब नब्बे करोड़ दिखाया गया है। हालांकि नुकसान की कितनी धन राशि मिलेगी अभी यह तय नहीं है। पहले अस्सी करोड़ की मांग के बाद अभी केवल ढाई करोड़ देने की घोषणा सरकार ने की है।
भाजपा ने राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष सुशील शर्मा, रामबख्श मौर्य, जीबी ¨सह आदि ने जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजा है। इसमें किसानों के कर्ज माफ करने, वसूली रोकने और सभी प्रभावित किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग की गई है। जिले में मुआवजा का आकलन करने व मुआवजा देने की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है।