मेन्यू सब्जी-रोटी का खिलाई खिचड़ी
रायबरेली, जागरण संवाददाता : पांच करोड़ से अधिक कस्तूरबा विद्यालयों का बजट होने के बाद भी छात्राओं को
रायबरेली, जागरण संवाददाता : पांच करोड़ से अधिक कस्तूरबा विद्यालयों का बजट होने के बाद भी छात्राओं को भरपेट खाना नहीं मिलता है। इसी आधार पर शनिवार को मेन्यू को ताक पर रखते हुए रसोइयों ने फटाफट खिचड़ी बनाकर छात्राओं को खराब मट्ठे के साथ खिला दी।
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए मेन्यू के आधार पर सुबह-दोपहर-रात का खाना पकाया जाता है। इसके बाद भी नियमों को ताक पर रखते हुए बालिकाओं को खाली पेट सोने पर मजबूर होना पड़ रहा है क्योंकि शनिवार को विद्यालय में मेन्यू के आधार पर सब्जी-रोटी बनाई जानी थी। इसके बाद भी रसोइयों ने छात्राओं को खिचड़ी बनाकर खिलाई।
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कहां थी बाकी छात्राएं
अमावां : विद्यालय में कुल 80 छात्राएं पंजीकृत हैं। शनिवार को स्कूल में सिर्फ 30 से 35 ही छात्राएं थीं। ऐसे में सवाल यह खड़ा हो गया है कि बाकी की अन्य छात्राओं को क्या रोज उनके घर भेज दिया जाता है या फिर अमावां कस्तूरबा में इतनी ही छात्राएं है। फूड प्वायजनिंग की घटना ने कई छुपी चीजों की तस्वीर साफ कर दी है।
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विवादों में रह चुकी हैं वंदना
अमावां विकास क्षेत्र थुलवासा में चल रहे कस्तूरबा गांधी की वार्डन वंदना चौधरी पहले भी विवादों में रह चुकी हैं क्योंकि तत्कालीन डीएम अमित गुप्ता के पास खाद्यान्न घोटाले की फाइल पहुंची थी। इसकी जांच ट्रेनी आईएएस प्रवीन कुमार लक्ष्यकार ने की थी लेकिन विभागीय लीपापोती के चलते मामले को दबा दिया गया था।