भीषण सर्दी में भी नहीं रजाई का सहारा
रायबरेली, जागरण संवाददाता : दिसंबर माह में पारा दिन-ब-दिन गिरता जा रहा है, लेकिन अभी तक कस्तूरबा गां
रायबरेली, जागरण संवाददाता : दिसंबर माह में पारा दिन-ब-दिन गिरता जा रहा है, लेकिन अभी तक कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की छात्राओं को स्वेटर और रजाई-गद्दे का सहारा नहीं दिख रहा है। इन हालातों में छात्राएं ठिठुर रही है। इसके बाद भी शिक्षाधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे है।
मालूम हो कि रायबरेली जिले में कुल 16 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इन विद्यालयों का सालाना बजट करोड़ों रुपए का है। करोड़ों के बजट से बा विद्यालयों में पंजीकृत छात्राओं की रहने से लेकर खाने की व्यवस्था की जाती है, लेकिन सर्दियों के दिनों में छात्राएं ठिठुरने को मजबूर है। इसके बाद भी कस्तूरबा गांधी की छात्राओं को अभी तक स्वेटर और रजाई-गद्दे नसीब नहीं हो सके है। हालात यह है कि सर्दी के मौसम में छात्राओं को घर से कपड़े मंगवाने पड़ रहे है। सूत्र बताते है कि सर्दी के मौसम की शुरूआत होने से पहले वार्डेनों ने इस समस्या को आलाधिकारियों के सामने रखा था, लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। वहीं सर्दी का सितम बरकरार है और विभागीय अधिकारी स्वेटर, रजाई-गद्दे विद्यालयों तक पहुंचने में 'लाचार' दिख रहे। ऐसे में कई छात्राओं को सर्दी का सितम झेलना पड़ रहा है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप चौधरी ने बताया कि कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में शीघ्र ही स्वेटर और रजाई-गद्दों का वितरण किया जाएगा। इसके लिए बैठक बुलाई गई है।